राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

मतभेद भुलाकर राष्ट्रहित में करें समर्थन और सहयोग

15 मई 2025, नई दिल्ली: मतभेद भुलाकर राष्ट्रहित में करें समर्थन और सहयोग – पहलगाम में पर्यटकों की उनके परिवार के सामने ही आतंकवादियों द्वारा की गई निर्मम हत्या के बाद भारत की प्रतिक्रिया स्वाभाविक थी. आतंकवादियों को तैयार कर भारत में अस्थिरता पैदा करने के उद्देश्य से आतंकवादियों को भेजने वाले पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई शुरू की गई हैं।. इसी के तहत सिंधु जल संधि को निरस्त करने, हवाई मार्ग पर प्रतिबंध लगाने के साथ व्यापार पर पूरी तरह रोक लगाने जैसे कदम उठाए गए हैं.द्य पिछले सप्ताह 06 मई की रात 1.05 से 1.30 बजे के बीच आपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर में कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राईक कर 100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया.द्य भारतीय सेना के तीनों अंग यानी थल सेना, वायु सेना और नौसेना के समन्वित अभियान की सबसे खास बात यह रही कि भारत ने केवल आतंकवादियों के ठिकानों को ही निशाना बनाया जबकि ये ठिकाने रिहायसी इलाकों थे.द्य इन हमलों में आम नागरिकों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ।

पिछले महीने 22 अप्रेल को पहलगाम में हुई खौफनाक आतंकी घटना की विश्व के अधिकांश देशों ने निंदा की और भारत के प्रति संवेदना जतायी.द्य भारत द्वारा जब पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया तो प्राय: सभी देशों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया तथा आतंकवाद को जड़ मूल से समाप्त करने में भारत को सहयोग देने का आश्वासन दिया हैद्य. यही कारण है कि भारत द्वारा जब पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राईक की गई तो अधिकांश देशों ने भारत की कार्रवाई का जरा भी विरोध नहीं किया।

पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राईक का देश के सभी राजनीतिक दलों ने भी स्वागत और समर्थन किया है, भले ही इन राजनीतिक दलों मे आपसी वैचारिक मतभेद हैंद्य लेकिन इस बार सभी दल आपसी मतभेद भुलाकर सरकार के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। इसके पहले 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवानों की विस्फोट में मौत होने के बाद 26 फऱवरी को भारत ने पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाक़े, खैबर पख़्तूनख़्वाह के शहर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकवादी संगठन के ‘प्रशिक्षण शिविरोंÓ पर सिलसिलेवार ‘सर्जिकल स्ट्राइकÓ की थी। उस समय प्राय: सभी विपक्षी दलों ने सरकार के दावे को मानने से इंकार कर दिया था और सर्जिकल स्ट्राईक के सबूत भी मांगते थे.द्य लेकिन पिछले सप्ताह 6 मई की रात में सेना द्वारा की गई कार्रवाई का सभी दलों ने दिल खोलकर समर्थन किया है और इस मुद्दे पर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का आश्वासन भी दिया है.द्य राष्ट्र हित में सभी राजनीतिक दल मतभेद भुलाकर एक मंच पर आये हैं, इससे सरकार को भी इस कठिन समय में बिना किसी अवरोध के काम करने और निर्णय लेने में आसानी हो रही है।

इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच सभी रिश्ते तो लगभग समाप्त ही हो गए हैं और 6 मई के बाद तो पाकिस्तान द्वारा की जा रही सैनिक कार्रवाई का भारत संतुलित और प्रभावी प्रतिकार कर रहा है। लेकिन जिस तरह पाकिस्तान सीमा और रिहायसी इलाकों पर बम और गोलियों की बौछार कर रहा है. द्य ड्रोन और मिसाईल के जरिए भारत के रिहायसी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए प्रयत्नशील है,द्य आम नागरिकों को भी सेना के निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा.द्य जब घर में रहने की हिदायत दी जाए तो घर में ही रहें। अफवाह पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर आने वाले वीडियो या समाचार / सूचना आदि की पुष्टि होने के बाद ही अग्रेषित करें.द्य मोबाईल या ईमेल पर अज्ञात पते से मेल या लिंक आए तो उसे खोलने से बचें और उसी समय डिलीट कर दें। आपत्तिजनक और आधारहीन समाचार / सूचना से देश में अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है। इसलिए इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग तो करें लेकिन किसी भी समाचार / सूचना को सत्यता की कसौटी पर पर जांचे बिना आगे नहीं भेजें। आपका यह कार्य समाज, देश और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अहम योगदान माना जाएगा। अब चूँकि युद्ध क़ी स्थिति निर्मित हो गई हैं, अघोषित युद्ध चल रहा हैं, देश के नागरिकों क़ो युद्ध के दौरान प्रशासन द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा।

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