कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: कृषि यंत्र I ईसबगोल खेती I धान-मक्का उत्पादन I कीटनाशक I मशरूम खेती
25 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…
1.मध्यप्रदेश: 10 कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आवेदन शुरू
लंबे समय के इंतजार के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश कृषि विभाग ने राज्य के किसानों के लिए कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत आवेदन आमंत्रित किए है। कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत मल्टीक्रॉप थ्रेशर, रीपर कम सहित 10 कृषि यंत्रों पर आवेदन मांगे गए है। योजना के तहत इन कृषि यंत्रों किसानों को आधे से ज्यादा का अनुदान दिया जायेगा। पूरी खबर पढ़े….
2.किसान भाई ध्यान दें: न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी, 4 अक्टूबर तक करा लें पंजीयन
प्रदेश के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान के साथ ही ज्वार और बाजरा की खरीदी होगी और इसके लिए किसानों को 4 अक्टूबर तक पंजीयन कराना अनिवार्य रहेगा। प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार और बाजरा उपार्जन किया जाएगा। इसके लिए 4 अक्टूबर तक पंजीयन होगा। पंजीकृत किसानों को पंजीयन कराने के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग एसएमएस भेजेगा, जिससे समय रहते पंजीयन की प्रक्रिया पूरी हो जाए। पूरी खबर पढ़े….
3.खरीफ 2024 में धान-मक्का का उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद
कृषि विभाग की सलाहकार श्रीमती रुचिका गुप्ता की अध्यक्षता में नई दिल्ली में इस माह हितधारक परामर्श पहल के अंतर्गत परामर्श का दूसरा दौर आयोजित किया। इस चर्चा में विशेष रूप से खरीफ 2024 सीजन के लिए पहले अग्रिम अनुमान जारी होने से पहले कपास और गन्ने के साथ-साथ अनाज और तिलहन के उत्पादन परिदृश्य पर ध्यान दिया गया। यह अक्टूबर 2024 के लिए निर्धारित हैं। पूरी खबर पढ़े….
4.किसान के मूत्र के नमूनों में कीटनाशक अवशेष पाए जाने से स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ीं
अक्टूबर 2021 से अप्रैल 2023 के बीच एक व्यापक अध्ययन में तेलंगाना, के किसानों पर कीटनाशक संपर्क के प्रभाव के बारे में चिंताजनक जानकारी सामने आई है। यह शोध भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार के सहयोग से प्रायोजित किया गया था। पूरी खबर पढ़े….
5.विभिन्न कृषि यंत्रों के लिए पोर्टल पर आवेदन आमंत्रित
संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी, मप्र शासन, भोपाल द्वारा 19 सितम्बर 2024 दोपहर 12 बजे से 29 सितम्बर 2024 तक कृषि यंत्र ट्रैक्टर चलित रीपर कम बाइन्डर, स्वचालित रीपर कम बाइंडर, रोटो कल्टीवेटर, विनोविंग फेन (ट्रेक्टर/मोटर ऑपरेटेड), रीपर (स्वचालित / ट्रैक्टर चलित), मल्टीक्रॉप थ्रेशर/एक्सियल फ्लो पैडी थ्रेशर (क्षमता 4 टन से कम), हैप्पी सीडर / सुपर सीडर एवं श्रेडर/मल्चर के आवेदन पोर्टल पर आमंत्रित किये जा रहे हैं । पूरी खबर पढ़े….
6.मध्यप्रदेश में हल्की वर्षा के साथ बौछारें पड़ेंगी
मौसम केंद्र,भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के के भोपाल, इंदौर, नर्मदा पुरम, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं- कही; उज्जैन संभाग के जिलों में कुछ ̾ स्थानों पर वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा । रतलाम जिले के जावरा में सर्वाधिक 62 मिमी वर्षा दर्ज़ की गई। 1 जून से 20 सितंबर तक की अवधि में दीर्घावधि औसत से मध्य प्रदेश में 16% अधिक वर्षा हुई है। पूरी खबर पढ़े….
7.मशरूम की खेती, अक्टूबर माह हो सकता है खास
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखने वाले जो भी किसान मशरूम की खेती की तरफ आगे बढ़ना चाहते हैं। मशरूम की खेती करने के लिए ऐसे मौसम का इंतजार कर रहे हैं, जिससे मशरूम में उन्हें बंपर कमाई हो। ऐसे सभी किसानों के लिए अक्टूबर माह बेहद खास हो सकता है। यह जानकारी मेरठ जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार ने दी। पूरी खबर पढ़े….
8.फायदे का सौदा है ईसबगोल की खेती
किसान भाई भले ही अन्य फसलों की खेती करें लेकिन ईसबगोल की खेती भी किसानों के लिए फायदे का सौदा हो सकती है। भारत में मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में ईसबगोल की खेती की जाती है। इसके इस्तेमाल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इतना ही नहीं ईसबगोल की पत्तियों का इस्तेमाल पशुओं के चारे के लिए भी किया जाता है। पूरी खबर पढ़े….
9.केंद्रीय कृषि विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के अंतिम अनुमान जारी
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के अंतिम अनुमान जारी कर दिए हैं। यह अनुमान मुख्य रूप से राज्य/संघ राज्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। फसलों के क्षेत्रफल को रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ मान्य और त्रिकोणित किया गया है। पूरी खबर पढ़े….
10.ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा: मध्यप्रदेश में मंत्रि-परिषद समिति का गठन
मध्यप्रदेश सरकार ने ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द के उत्पादन में रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों के बढ़ते उपयोग को नियंत्रित करने और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए एक मंत्रि-परिषद समिति का गठन किया है। इस समिति में लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, किसान कल्याण और कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना, और लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल शामिल होंगे। पूरी खबर पढ़े….