संकर बीजों की उन्नत प्रजातियां विकसित करना जरूरी
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न समस्याओं से निपटने के लिए विविध कृषि जलवायु क्षेत्रों के लिए संकर बीजों की उन्नत प्रजातियां विकसित करना आवश्यक है। श्री राधा मोहन सिंह ने यह भी कहा कि जैव और गैर-जैव मुद्दों के प्रतिकूल प्रभावों और उत्पादकता में सुधार के मुद्दों का अध्ययन करना भी अत्यंत आवश्यक है। श्री सिंह पूसा में पादप जिनोम सेवियर पुरस्कार वितरित के लिए आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री सिंह ने 2014 के पादप जिनोम सेवियर कृषक पुरस्कार के लिए चुने गए 3 किसानों और 2014 के पादप जिनोम सेवियर किसान सम्मान के लिए चुने गए 11 किसानों को बधाई दी। इन किसानों का चयन देश के विभिन्न भागों से किया गया है। उन्होंने कहा कि इन किसानों ने पादप प्रजनन से सम्बद्ध संसाधनों को बनाए रखने और उनके संरक्षण में विशेष योगदान किया है।
श्री सिंह ने पूसा परिसर में आईएएसआरआई स्थित डेटा सेंटर और मोबाइल एप का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि आईसीएआर का डेटा सेंटर कृषि क्षेत्र में डिजिटल भारत अभियान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। मोबाइल एप का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह कृषि क्षेत्र का अभिन्न अंग बन गया है और खेती पद्धतियों के साथ- साथ कृषि व्यापार के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इस एप की मदद से किसान सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कृषि कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे।