मत्स्यपालन विभाग प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का कर रहा कार्यान्वयन, मत्स्य पालकों को रोजगार के अवसर
06 दिसम्बर 2023, नई दिल्ली: मत्स्यपालन विभाग प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का कर रहा कार्यान्वयन, मत्स्य पालकों को रोजगार के अवसर – लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका हैं। इस बीच केंद्रीय मत्स्यपालन मंत्री श्री परषोत्म रूपाला ने आज लोकसभा सदन में एक उत्तर के जवाब में कहा हैं कि पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अधीन मत्स्य पालन विभाग प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) का कार्यान्वयन कर रहा है। इस योजना का उद्देश्य लगभग 55 लाख मछुआरों, मत्स्य पालकों, मत्स्य श्रमिकों, मछली विक्रेताओं और अन्य शहरी/ग्रामीण आबादी के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करना है। इसका कार्यान्वयन 2020-21 से 2024-25 तक 5 वर्षों की अवधि के लिए होगा।
पीएमएमएसवाई का लक्ष्य मछली उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता इनपुट, मूल्य संवर्धन, रोग प्रबंधन, प्रजाति विविधीकरण प्रौद्योगिकी जलसेक, मछली और मत्स्य पालन उत्पादों के लिए शेल्फ जीवन का निर्माण, कुशल मछली परिवहन और विपणन सुविधाओं में वृद्धि के माध्यम से मछली किसानों की आय में वृद्धि करना है।
महाराष्ट्र सरकार ने बताया है कि पीएमएमएसवाई के कुल 3351 लाभार्थी प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं और लगभग 1,04,790 अप्रत्यक्ष रूप से राज्य में मछली पकड़ने और संबद्ध गतिविधियों में कार्यरत हैं। इसके अलावा, यह अनुमान लगाया गया है कि अब तक पीएमएमएसवाई के तहत 11.46 लाख प्रत्यक्ष और 34.13 लाख अप्रत्यक्ष सहित लगभग 45.59 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए गए हैं।
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