ट्रॉपिकल एग्रो ने भारत में लॉन्च किया नया खरपतवारनाशक ‘Tag Proxy’
21 मई 2025, नई दिल्ली: ट्रॉपिकल एग्रो ने भारत में लॉन्च किया नया खरपतवारनाशक ‘Tag Proxy’ – ट्रॉपिकल एग्रोसिस्टम (इंडिया) प्रा. लि. ने अपने नए पेटेंटेड खरपतवारनाशक ‘Tag Proxy’ को पूरे भारत में लॉन्च करने की घोषणा की है। यह बढ़ती कृषि लागत और मजदूरों की कमी जैसी चुनौतियों का समाधान देने में अहम भूमिका निभाएगा, जो आज देशभर में कृषि उत्पादकता को प्रभावित कर रही हैं।
व्यापक शाक नियंत्रण के लिए उन्नत शाकनाशी तकनीक
Tag Proxy एक नॉन-सेलेक्टिव (गैर-चयनात्मक), पोस्ट-इमर्जेंट (अंकुरण के बाद छिड़का जाने वाला) खरपतवारनाशक है जो गैर-फसल क्षेत्रों में कनकउआ (Commelina benghalensis), मोथा (Cyperus rotundus), जंगल चावल (Echinochloa colona), और दूब या दुर्वा (Cynodon dactylon) जैसे खरपतवारों पर प्रभावी और लंबे समय तक नियंत्रण प्रदान करता है। इसका उन्नत फॉर्मूलेशन Paraquat Dichloride 22.4% W/W और Oxyfluorfen 1.99% W/W EW का संयोजन है, जो तेजी से असर करता है और खेत में दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करता है। एक बार के छिड़काव से Tag Proxy सम्पूर्ण शाक नियंत्रण देता है, जिससे किसान समय बचाते हैं, लागत कम करते हैं और तेजी से घट रही मैन्युअल मजदूरी पर निर्भरता घटती है। यह उत्पाद आज की कृषि प्रणाली में अत्यंत उपयोगी है, जहाँ दक्षता और श्रम के कुशल उपयोग से ही उपज और लाभ को बनाए रखा जा सकता है।
लॉन्च के मौके पर ट्रॉपिकल एग्रो के संस्थापक श्री वी.के. झावर ने कहा कि Tag Proxy भारतीय किसानों के सामने खरपतवार नियंत्रण और श्रम की कमी जैसी चुनौतियों के लिए एक सीधा समाधान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कंपनी का मिशन किसानों के कल्याण में निहित है और यह नया उत्पाद भारत की खरपतवार प्रबंधन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कमी को पूरा करता है। श्री झावेरी ने यह भी जोड़ा कि कंपनी भविष्य में और भी नवोन्मेषी समाधान पेश करती रहेगी, जो न केवल खेत की कार्यक्षमता को बढ़ाएंगे बल्कि भारत की खाद्य सुरक्षा को भी मजबूत करेंगे।
खरपतवार के कारण भारी आर्थिक नुकसान
भारतीय कृषि में खरपतवार नियंत्रण एक निरंतर चुनौती बनी हुई है। भारतीय बीज उद्योग महासंघ (FSII) और निदेशालय खरपतवार अनुसंधान (Directorate of Weed Research) द्वारा किए गए एक संयुक्त अध्ययन के अनुसार, खरपतवार के कारण खरीफ फसलों में 25-26% और रबी फसलों में 18-25% तक की उपज हानि होती है। इन नुकसानों के चलते भारत को हर साल ₹92,000 करोड़ से अधिक की उत्पादकता हानि होती है। ऐसे में Tag Proxy जैसे उत्पाद का लॉन्च किसानों को संभावित उपज वापस पाने में ठोस मदद पहुंचा सकता है।
रेगुलेटरी मंजूरी के साथ देशव्यापी उपलब्धता
Tag Proxy को केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड एवं पंजीकरण समिति (CIBRC) से मंजूरी मिल चुकी है और यह 21 मई 2025 से पूरे भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। यह उत्पाद किसानों के अनुकूल और उपयोग में आसान बनाया गया है, जिससे यह देश के विभिन्न कृषि परिदृश्यों में उपयोगी साबित होगा।
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