जिरोन में पांच का दम, कपास फसल से किसान खुश हर दम
02 जुलाई 2024, इंदौर: जिरोन में पांच का दम, कपास फसल से किसान खुश हर दम – देश की प्रसिद्ध कंपनी आर एम फास्फेट्स एंड केमिकल्स प्रा. लि. (आरएमपीसीएल) के सभी उत्पाद किसानों में लोकप्रिय हैं। इनमें से एक उत्पाद महावीरा जिरोन है, जिसकी सर्वाधिक मांग रहती है। इस सिंगल सुपर फास्फेट में पांच तत्वों फास्फोरस, जिंक, बोरान, सल्फर और कैल्शियम का सम्मिश्रण है। इन 5 तत्वों के दम वाले जिरोन से फसल न केवल स्वस्थ रहती है, बल्कि कपास का बेहतर उत्पादन से किसानों के चेहरों पर मुस्कान भी आती है।
इस बारे में आरएमपीसीएल के चीफ एग्रोनॉमिस्ट श्री प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि जि़ंक और बोरान की शक्ति वाला सिंगल सुपर फास्फेट महावीरा जिरोन उर्वरक में फास्फोरस, जि़ंक, बोरान, सल्फर और कैल्शियम ऐसे पांच पोषक तत्व हैं, जिससे उपज में वृद्धि होती है। यह मुख्यत: कपास फसल के लिए बहुत उपयोगी है। कपास की फसल में पोषक तत्वों के प्रबंधन के तहत अनुशंसित उर्वरक की मात्रा किलो में 60:30:16 प्रति एकड़ है। बुवाई के समय सिर्फ एक बार महावीरा जिरोन की 200 किलो मात्रा लगती है। जबकि यूरिया बुवाई के समय 25 किलो, 25-30 दिन बाद 45 किलो, 45-60 दिनों के बाद फिर 45 किलो मात्रा लगती है।
श्री पांडेय ने महावीरा जिरोन की विशेषताएं बताते हुए कहा कि इस सिंगल सुपर फास्फेट में फास्फोरस 16 प्रतिशत, जि़ंक 0.5 प्रतिशत, बोरान 0.20 प्रतिशत, सल्फर 11 प्रतिशत और कैल्शियम 19 प्रतिशत रहता है। जि़ंक फलों और फूलों को गिरने से रोकता है। सल्फर तेल वाली फसलों में तेल की मात्रा बढ़ाता है। बोरान फल और फूल लगने की प्रक्रिया को तेज़ करता है। कैल्शियम जड़ों के वीएक्स और पौधों के अंगों की रचना के लिए ज़रूरी है। फास्फोरस फसल के आरम्भ में अत्यंत आवश्यक है। यह जड़ों की वृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह दलहनी फसलों में जीवाणुओं द्वारा वातावरण से ज़्यादा नाइट्रोजन स्थिर करने में सहायक होता है। यह मूंग, मटर,चना, गेहूं,प्याज़, लहसुन, गन्ना, आलू, धान, बाजरा, टमाटर, मिर्च, फल और फूल वाली फसलों में भी लाभदायक है।
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