फसल की खेती (Crop Cultivation)उद्यानिकी (Horticulture)

मटर में बुआई कब करें एवं बीज दर क्या होनी चाहिए 

10 जनवरी 2024, भोपाल: मटर में बुआई कब करें एवं बीज दर क्या होनी चाहिए  – सीड बैड तैयार करने के लिए मिट्टी पलटने वाले हल से जुताई करने के बाद एक या दो हैरो चलाकर बारीक जुताई की जाती है। गोबर की खाद 15-20 टन प्रति हेक्टेयर की दर से अंतिम जुताई से पहले मिटटी  में अच्छी तरह मिला देना चाहिए। बीजों को समतल या ऊंची क्यारियों में 4-5.0 सेमी गहराई पर फैलाकर या डिबलिंग करके बोया जाता है। 

बीज दर

मल्चिंग में मटर लगाने हेतु बेड 60-90 सेंमी चौड़ाई एवं 15-20 सेंमी ऊंचाई का होना चाहिए। मटर की समय पर बुआई के लिए 70-80 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर पर्याप्त होता है। प्रारंभिक किस्मों के लिए  बीज दर 100-120 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर एवं पछेती किस्मों के लिए बीज दर 80-90 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होती हैं। 

मटर में कतार से कतार की दूरी 30-45 सेंमी एवं पौधे से पौधे की दूरी 15-20 सेंमी रखनी चाहिए। बीजों को बुवाई से पहले कप्तान या थीरम 3 ग्राम या कार्बेनडाज़िम 2.5 ग्राम से प्रति किलो बीज का उपचार करें। रासायनिक तरीके से उपचार के बाद वायुमण्डलीय नत्रजन के स्थिरीकरण के लिये के लिए बीजो को एक बार राइज़ोबियम कल्चर से बीज को उपचारित करके बोना चाहिए।

प्रमुख किस्में

मटर की फसल हेतु उपयुक्त किस्मे हैं – जे. एम. -6, प्रकाश, के. पी. एम. आर. 400, आई. पी. एफ. डी. – 99-13, जवाहर मटर 1, जवाहर मटर 2, जवाहर मटर 83, पंत माता, हिसार हरित, पंत उपहार, अपर्णा, पूसा प्रभात, पूसा पन्ना, आर्केल, बॉनविले आदि।

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