प्राकृतिक खेती से लागत कम आती : श्री मोरिस
17 अगस्त 2022, सिवनी । प्राकृतिक खेती से लागत कम आती : श्री मोरिस – जलवायु परिवर्तन को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण, मनुष्य के स्वास्थ्य के साथ खेती की लागत को कम करने में प्राकृतिक खेती हितकर रहेगी। शासन के निर्देश अनुसार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर में उप संचालक कृषि सह परियोजना संचालक आत्मा श्री मोरिस नाथ ने संबोधित कर उक्त जानकारी दी।
आत्मा योजना अंतर्गत सिवनी विकासखंड के ग्राम कोनियापार में आयोजित प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. निखिल सिंह ने प्राकृतिक खेती के सूत्र जीवामृत, घनजीवामृत, बीजामृत, नीमास्त्र आदि के निर्माण एवं उपयोग के तरीके बताएं। जनेकृविवि के प्रमंडल सदस्य श्री ओम ठाकुर ने रसायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों से होने वाले दुष्प्रभाव बताए साथ ही समाधान के लिए जैविक खेती करने के उपाय बताए। कार्यशाला में धान एवं सोयाबीन उत्पादन में आ रही कीट व्याधियों का भी समाधान किया गया। प्रशिक्षण में अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री प्रफुल्ल घोडेश्वर, उप परियोजना संचालक आत्मा श्री नितिन गनवीर, कृषि अधिकारी निधि भावे, डॉ. जी. के. राणा, श्री उमा शंकर मेश्राम सहित प्राकृतिक खेती में पंजीकृत सिवनी विकासखंड के कृषक, ग्रामवासी एवं कृषि/आत्मा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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