मटर में तना मक्खी (स्टेम फ्लाई) का नियंत्रण
11 जनवरी 2024, भोपाल: मटर में तना मक्खी (स्टेम फ्लाई) का नियंत्रण – रबी फसलों में मटर का महत्वपूर्ण स्थान है। इस फसल को कई प्रकार के कीट नुकसान पहुंचाते हैं। यदि इनका नियंत्रण समय पर न किया जाए, तो मटर की फसल घाटे का सौदा साबित होती है।
लक्षण
मटर में तना मक्खी (स्टेम फ्लाई) कीट की सुण्डी तने के आन्तरिक भाग को नुकसान पहुँचाती है। मटर की अगेती फसल में इस रोग का संक्रमण अधिक होता हैं।
नियंत्रण हेतु अनुशंसित कीटनाशक
फोरेट 10 जी 10 किग्रा० प्रति हेक्टेयर बुवाई से पूर्व मिट्टी में मिलाना चाहिए।
एजाडिरेक्टिन (नीम आयल) 0.15 प्रतिशत ई.सी., 2.5 ली. प्रति हेक्टेयर की दर से भी प्रयोग किया जा सकता है।
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