फसल की खेती (Crop Cultivation)

इफको नैनो यूरिया के लाभ

29 जून 2021, भोपाल: नैनो यूरिया में मौजूद नाइट्रोजन के कणों का आकार 20-50 नैनोमीटर है। जिसे हम नंगी आंखों से नहीं देख सकते हैं। इसे किसान भाई ऐसे समझ सकते हंै कि एक मीटर का एक अरबवां भाग या दूसरे शब्दों में ऐसे समझ सकते है कि यूरिया के एक दाने को अगर हम 55000 टुकड़ों में बांटें तो उसका एक टुकड़ा नैनो यूरिया में उपलब्ध एक कण के आकार का होगा। नैनो यूरिया में भार के आधार पर नाइट्रोजन की कुल मात्रा 4.0 प्रतिशत है। नैनो यूरिया में मौजूद नाइट्रोजन पौधों को सुलभ रूप में मिलती है जिससे नाइट्रोजन की सक्षम पूर्ति हो पाती है।

  • यह उन सभी फसलों के लिये उपयोगी जिनके लिये नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है। चूंकि नाइट्रोजन सभी फसलों के लिये आवश्यक है अत: यह भी सभी फसलों के लिये उपयोगी है।
  • नाइट्रोजन उपयोग क्षमता बढ़ाता है।
  • फसल की पैदावार को प्रभावित किए बिना यूरिया व अन्य नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों की बचत।
  • नैनो यूरिया की एक बोतल (500 मिलीलीटर) एक बैग यूरिया (45 किलोग्राम) के बराबर है।
  • फसल उत्पादकता में वृद्धि।
  • किसानों को अधिक आर्थिक लाभ।
  • कृषि उत्पाद की गुणवत्ता व पोषकता में वृद्धि।
  • पर्यावरण को यूरिया उर्वरक के अंधाधुन्ध प्रयोग से होने वाले कुप्रभाव से बचाता है जिससे मृदा, वायु और जल प्रदूषित होने से बच सकें। इससे संयुक्त राष्ट्र के टिकाऊ कृषि के लक्ष्य को भी पूरा करने में मदद मिलेगी।
  • कम पानी की दशा में भी यह अच्छा कार्य करता है। अत: जमीन में अगर कम पानी भी है तो फसल पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है।
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