नवीन पशु आहार विकल्प: प्रोटीन और ऊर्जा की पूर्ति
लेखक: ज्योतिष्ना राजोरिया, अंचल केशरी, नरेश कुमार कुरचिया, अशोक कुमार पाटिल और कविता रावत
02 अक्टूबर 2024, भोपाल: नवीन पशु आहार विकल्प: प्रोटीन और ऊर्जा की पूर्ति –
परिचय
पशुपालन क्षेत्र में, पशु आहार एक महत्वपूर्ण पहलू है जो न केवल पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता को प्रभावित करता है, बल्कि पर्यावरण और आर्थिक स्थिरता पर भी गहरा प्रभाव डालता है। परंपरागत पशु आहार, जैसे मक्का और सोयाबीन, के उत्पादन में बड़ी मात्रा में भूमि, पानी और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जनसंख्या के कारण इन संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है। इस परिदृश्य में, नवीन पशु आहार विकल्पों की खोज और विकास अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
नवीन पशु आहार विकल्पों की आवश्यकता
1.संसाधन संरक्षण: नए आहार विकल्प कम संसाधन-गहन हो सकते हैं, जिससे भूमि, पानी और ऊर्जा का संरक्षण होगा।
2.पर्यावरण संरक्षण: कई नवीन आहार विकल्प ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम कर सकते हैं।
3.आर्थिक लाभ: नए आहार स्रोत अक्सर परंपरागत विकल्पों की तुलना में सस्ते हो सकते हैं।
4.पोषण सुधार: कुछ नवीन आहार पशुओं को बेहतर संतुलित पोषण प्रदान कर सकते हैं।
5.खाद्य सुरक्षा: विविध आहार स्रोत खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को अधिक लचीला बना सकते हैं।
प्रमुख नवीन पशु आहार विकल्प
- कीट-आधारित प्रोटीन कीट, विशेष रूप से काली सैनिक मक्खी के लार्वा, एक प्रमुख नवीन प्रोटीन स्रोत के रूप में उभर रहे हैं।
लाभ:
- उच्च प्रोटीन सामग्री (40-50%)
- कम जगह और संसाधनों की आवश्यकता
- जैव-अपशिष्ट का उपयोग कर सकते हैं
चुनौतियां:
- बड़े पैमाने पर उत्पादन की तकनीक
- नियामक स्वीकृति
- उपभोक्ता स्वीकृति
2.एकल-कोशिका प्रोटीन (SCP) बैक्टीरिया, कवक, या शैवाल जैसे सूक्ष्मजीवों से प्राप्त प्रोटीन।
लाभ:
- तेजी से उत्पादन
- कम भूमि की आवश्यकता
- CO2 का उपयोग कर सकते हैं
चुनौतियां:
- उत्पादन लागत
- स्केलेबिलिटी
- कुछ SCP स्रोतों में उच्च न्यूक्लिक एसिड सामग्री
3. समुद्री शैवाल और जलीय पौधे समुद्री और ताजे पानी के शैवाल पशु आहार के रूप में उपयोग किए जा सकते हैं।
लाभ:
- उच्च पोषण मूल्य
- कम भूमि और ताजे पानी की आवश्यकता
- CO2 अवशोषण
चुनौतियां:
- मौसमी उत्पादन
- संग्रहण और प्रसंस्करण
- कुछ प्रजातियों में उच्च आयोडीन सामग्री
4. फली वाली फसलें और फोरेज लेग्यूम्स पारंपरिक सोयाबीन के विकल्प के रूप में अन्य फलियां और चारा फलियां।
लाभ:
- नाइट्रोजन स्थिरीकरण
- मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार
- विविध पोषक तत्व प्रोफ़ाइल
चुनौतियां:
- कुछ प्रजातियों में एंटी-न्यूट्रिशनल कारक
- उपज स्थिरता
- प्रसंस्करण आवश्यकताएं
5. कृषि-औद्योगिक उप-उत्पाद खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से प्राप्त उप-उत्पादों का उपयोग।
लाभ:
- अपशिष्ट में कमी
- कम लागत
- विविध पोषक तत्व प्रोफ़ाइल
चुनौतियां:
- गुणवत्ता नियंत्रण
- मौसमी उपलब्धता
- संभावित संदूषण
नवीन आहार विकल्पों का पशु स्वास्थ्य और उत्पादकता पर प्रभाव
नए आहार विकल्पों को अपनाते समय पशु स्वास्थ्य और उत्पादकता पर उनके प्रभाव का सावधानीपूर्वक आकलन करना महत्वपूर्ण है।
1.पाचन क्षमता: कुछ नए आहार स्रोत, जैसे कीट प्रोटीन, अधिक पाचन योग्य हो सकते हैं, जिससे पशुओं की वृद्धि दर में सुधार हो सकता है।
2.प्रतिरक्षा प्रणाली: कुछ शैवाल और फली प्रजातियां बायोएक्टिव यौगिकों से समृद्ध होती हैं जो पशुओं की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकती हैं।
3.दूध और मांस की गुणवत्ता: आहार में बदलाव दूध और मांस की संरचना को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, समुद्री शैवाल से भोजन ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा बढ़ा सकता है।
4.प्रजनन क्षमता: कुछ नवीन आहार विकल्प हार्मोन संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
5.स्वाद और स्वीकार्यता: नए आहार की स्वीकार्यता पशुओं के बीच भिन्न हो सकती है, जो खपत और परिणामस्वरूप उत्पादकता को प्रभावित कर सकती है।
नवीन आहार विकल्पों का पर्यावरणीय प्रभाव
नए पशु आहार विकल्पों के पर्यावरणीय लाभ महत्वपूर्ण हो सकते हैं:
1.भूमि उपयोग: कीट और एकल-कोशिका प्रोटीन जैसे विकल्प पारंपरिक फसलों की तुलना में बहुत कम भूमि की आवश्यकता रखते हैं।
2.जल उपयोग: समुद्री शैवाल और कुछ प्रकार के SCP ताजे पानी की न्यूनतम मात्रा का उपयोग करते हैं।
3.ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन: कई नवीन आहार विकल्प कम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के साथ उत्पादित किए जा सकते हैं।
4.जैव विविधता: विविध आहार स्रोतों का उपयोग एक ही फसल पर निर्भरता को कम कर सकता है, जिससे कृषि जैव विविधता में सुधार हो सकता है।
5.अपशिष्ट प्रबंधन: कृषि-औद्योगिक उप-उत्पादों और जैव-अपशिष्ट का उपयोग करके, ये नए आहार विकल्प अपशिष्ट को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आर्थिक…
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