इन दिनों समाचार मिल रहे हैं कि कोरोना महामारी के चलते दूध की खपत शहरों में कम हो गई है । गौपालक दूध विक्रेता दूध को माँग के अभाव में फेंक रहे हैं । यह दुखद स्थिति है । डॉ. अँकुर नारद वेटरनरी विशेषज्ञ ने पशु पालकों को सलाह दी है कि दूध फैंकने के बजाय इसे पशु आहार , चारे में मिलाकर पशुओं को खिला सकते हैं ।10 लीटर दूध 1 किलो चारे के बराबर होता है । इस तरह व्यर्थ जा रहे दूध का कुछ उपयोग हो सकता है ।
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