किसान फसल की लागत घटाकर उत्पादकता बढ़ायें : श्री बिलैया
होशंगाबाद। ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के तहत पवारखेड़ा में तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन किया गया। इसका समापन संयुक्त संचालक कृषि श्री बी.एल. बिलैया ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शासन खेती को आधुनिक बनाने के लिये किसानों को अनेक सुविधायें दे रहा है। इनका लाभ उठाएं। किसान उचित प्रबंधन से खेती की लागत घटाये तथा फसलों का उत्पादन बढ़ायें तभी उनकी आय दोगुनी होगी। जैविक खेती से भी लागत में कमी आयेगी।
श्री बिलैया ने कहा कि किसान उन्नत बीज का उपयोग करें। आधारभूत बीज मिलने पर प्राप्त फसल से ग्रेडिंग कर प्रमाणित बीज तैयार करें। बीज समितियाँ बना कर भी बीज तैयार करें। समापन समारोह में उपसंचालक कृषि श्री जे.एस. गुर्जर ने कहा कि किसान नरवाई को नष्ट करने के लिये खेतो की गहरी जुताई करायें। इससे मिट्टी की उर्वरता बढेगी गहरी जुताई के लिये अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा लघु सीमांत किसानों को 4 हजार रूपये अनुदान दिया जा रहा है।
समारोह में कृषि प्रशिक्षण केन्द्र पवारखेड़ा के हाल ही में सेवानिवृत्त हुये प्राचार्य श्री वी.आर.लोखंडे को शाल – श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व कृषि वैज्ञानिक डॉ. जायसवाल ने किसानों को फसल के हानिकारक कीटों की पहचान तथा उन्हें नष्ट करने की जैविक विधियों की जानकारी दी। डॉ. भास्कर ने खरीफ फसल की तैयारियों तथा श्री कबीर पंथी ने मछली पालन के संबंध में जानकारी दी।