रिलायंस फाउण्डेशन जागरूकता कार्यक्रम लगन और ललक से मिली सफलता
भोपाल। मन में लगन हो, जानने की ललक हो और सही मार्गदर्शन मिले तो छोटा किसान भी खेती को लाभ का धंधा बना सकता है। इसे साबित किया है कृषक श्री विशाल सिंह मीणा ने। मुख्य धारा से कटे हुए ग्राम कढ़ैयाशाह विकासखंड बैरसिया में इनके पास 4 एकड़ जमीन है। जिस पर अन्य ग्रामवासियों की तरह परम्परागत तरीके से खेती कर रहे थे। लेकिन गत वर्ष रिलायंस फाउण्डेशन के सम्पर्क में आने के बाद इनकी सोच बदली। श्री विशाल मीना की लगन और ललक को देखकर फाउण्डेशन के अधिकारी श्री जगदीश प्रजापति तथा उद्यान विभाग के अधिकारियों ने इन्हें ग्लोडिओलस फूलों की खेती के लिये प्रेरित किया। इनकी प्रेरणा व सहयोग से मिली जानकारी के आधार श्री मीना ने ग्लोडिओलस फूलों की खेती प्रारंभ की।
पहले ही साल में फूलों व बीज (बल्ब) से लगभग 7.50 लाख रु. की आमदानी प्राप्त की। श्री मीना ने जैविक विधि को अपने फूलों की विशेषता बनाया जिसके कारण उनके फूल अधिक समय तक हरे व ताजा बने रहते हैं।
रिलायंस फाउण्डेशन के अधिकारी वैज्ञानिकों के साथ समय-समय पर उनकी खेती का निरीक्षण करते रहे व सलाह देते रहे। उन्हीं की सलाह पर श्री मीना ने ग्लोडिओलस के अलावा गेहूं, टमाटर, धनिया लहसुन आदि फसलों से भी लगभग 3 लाख रु. की आमदनी प्राप्त की। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले फल-फूल व कृषि मेलों में स्वयं के खर्च पर भाग लेकर खेती संबंधी नवीनतम तकनीकी जानकारी प्राप्त की।
उद्यान विभाग की योजनाओं की मदद से उन्होंने ड्रिप सिंचाई व छोटा ट्रैक्टर लिया।
अब श्री मीना के ग्लोडिओलस के फूल मुंबई व दुबई तक जाते हैं। उनकी इस सफलता को देखने अब उच्च अधिकारी भी आते हैं, जिसके कारण उनके ग्राम के विकास की राह भी आसान हो रही है।