fodder

संपादकीय (Editorial)

हरे चारे का साइलेज विधि द्वारा संरक्षण

साइलेज बनाना इसे हरे चारे के अचार के रूप में भी जाना जाता है। यह चारे को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। साइलेज अवायवीय स्थिति में उच्च नमी वाली फसलों के नियंत्रित किण्वन का परिणाम है। फसलों में

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समस्या – समाधान (Farming Solution)

चारा उत्पादन पर तकनीकी सलाह

कृषि विज्ञान केन्द्र, पन्ना के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.एस. किरार एवं डॉ. आर.के. जायसवाल वैज्ञानिक द्वारा ग्राम मनौर मेहरा चारा उत्पादक कृषक संतोष यादव के खेत पर जाकर रिजिका बाजरी हरे चाले वाली फसल के विपुल उत्पादन पर

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उद्यानिकी (Horticulture)

हाइड्रोपोनिक चारा उत्पादन एक लाभदायी तकनीक

पशु उत्पाद जैसे दूध और मांस की उत्पादन लगत में डेन और चारे का योगदान 60 से 70 प्रतिशत तक है जिसमे 30-35 प्रतिशत योगदान हरे चारे का होता है। देश में हरे चारे की मांग (2010) 816.8 मिलियन टन

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चारे में प्रमुख रोग एवं निदान

बाजरे की मदुरोमिल आसिता या हरित बाली रोग:रोगजनक : यह एक मृदोढ़ रोग है। इसका रोगकारक स्क्लेरोस्पोरा ग्रैमिनिकॉला नामक कवक है।लक्षण:दोनों सर्वांगी और स्थानीय संक्रमण होते हैं। मिट्टी जनित बीजाणु युवा पौध में सर्वांगी संक्रमण करते है। रोग के विशिष्ट

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जल कृषि से चारा उत्पादन एवं पशुओं के लिए उपयोगिता

हाइड्रोपोनिक्स या जल कृषि शब्द ग्रीक शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है पानी में कार्य करना अत: इस तकनीक में पौधों को बिना मिट्टी के सिर्फ खनिज घोल वाले जल में उगाया जाता है। इसमें की जाने वाली

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