सोयाबीन कृषकों के लिए उपयोगी सलाह
03 अक्टूबर 2023, इंदौर: सोयाबीन कृषकों के लिए उपयोगी सलाह – भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान, इंदौर द्वारा (2-8 अक्टूबर 2023 की अवधि के लिए ) सोयाबीन कृषकों को सोयाबीन फसल की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोयाबीन की कटाई-गहाई करने हेतु निम्न सावधानियों का अनुपालन किये जाने की सलाह दी जाती है।
सोयाबीन की 90% फलियों का रंग पिला पड़ने पर फसल की कटाई करें। इससे बीज के अंकुरण में विपरीत प्रभाव नहीं होता।
सलाह है कि उचित समय पर फसल की कटाई करें , जिससे फलियों के चटकने से होने वाले नुकसान या फलियों के अंकुरित होने से बीज की गुणवत्ता में आने वाली कमी से बचा जा सके।
सोयाबीन की कटी हुई फसल को धूप में सुखाने के पश्चात गहाई करें। तुरंत गहाई करना संभव नहीं होने की स्थिति में बारिश से बचाने हेतु फसल को सुरक्षित स्थान पर इकठ्ठा करें।
आगामी वर्ष बीज के रूप में उपयोगी सोयाबीन की फसल की गहाई 350 से 400 आर.पी.एम. पर करें जिससे बीज की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़े।
यदि संभव हो, तो भण्डार गृह ठंडा, हवादार, कीट व नमी रहित रखें। भण्डारण गृह में लकड़ी के प्लेटफॉर्म बनाकर सोयाबीन के बोरों को पर खड़ा रखें। यदि बोरियों की थप्पी लगाकर भण्डारण करना हो, यह ध्यान रखें कि 3-4 बोरियों से अधिक या 5 फिट की ऊंचाई तक ही थप्पियाँ लगाएं , जिससे सोयाबीन का अंकुरण प्रभावित न हो।
भण्डारण करते समय सोयाबीन के बोरों को प्लेटफार्म पर सावधानीपूर्वक रखें एवं ऊंचाई से नही पटकें। भण्डार गृह की दीवार में नमी आने पर सोयाबीन बीज को फफूंद/रोगों के संक्रमण से बचाने हेतु यह भी ध्यान रखें कि बोर दीवार से सीधे संपर्क में ना हो।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम )