राज्य कृषि समाचार (State News)

बिहार और झारखंड में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का सफल आयोजन, किसानों से सीधे संवाद और तकनीकी जानकारी का प्रसार

10 जून 2025, पटना: बिहार और झारखंड में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का सफल आयोजन, किसानों से सीधे संवाद और तकनीकी जानकारी का प्रसार – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के अंतर्गत 12वें दिन बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों में कई सफल कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह अभियान वैज्ञानिक सोच, संस्थागत सहयोग और किसानों की सक्रिय भागीदारी के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है।

गांवों में वैज्ञानिकों का दौरा और किसानों से सीधा संवाद

कार्यक्रमों के दौरान कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और विभागीय अधिकारियों की टीमों ने गांवों का दौरा किया और किसानों से प्रत्यक्ष संवाद किया। किसानों को आधुनिक, वैज्ञानिक और टिकाऊ कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई। वहीं, किसानों ने भी स्थानीय समस्याओं और चुनौतियों को खुलकर साझा किया, जिनके समाधान मौके पर ही सुझाए गए।

केवीके बाढ़, पटना में मुख्य कार्यक्रम: केंद्रीय राज्य मंत्री की उपस्थिति

09 जून को कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), बाढ़, पटना में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री राम नाथ ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह सहित कई वरिष्ठ वैज्ञानिक, विभागीय अधिकारी और प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।

कार्यक्रम में 600 से अधिक किसानों ने भाग लिया। उन्हें जलवायु अनुकूल खेती, प्राकृतिक कृषि, उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती और कृषि यंत्रीकरण से संबंधित नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया। मंत्री श्री ठाकुर ने किसानों को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी और सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने वैज्ञानिक खेती को अपनाने और तकनीकी संस्थानों से जुड़ने की सलाह भी दी।

पटना में वैज्ञानिक-मीडिया संवाद: अभियान की अवधारणा पर चर्चा

इस अभियान के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में वैज्ञानिक-मीडिया संवाद आयोजित किया गया। इसमें ICAR-पूर्वी अनुसंधान परिसर के निदेशक डॉ. अनुप दास, अटारी (जोन-IV), पटना के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, डॉ. उज्ज्वल कुमार (प्रभागाध्यक्ष, सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार प्रभाग), केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र, पटना के प्रभारी प्रमुख डॉ. एस. पी. सिंह, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के डॉ. पुष्पेन्द्र कुमार और अन्य वैज्ञानिकों सहित प्रेस एवं मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

संवाद में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की अवधारणा, उद्देश्य, और विभिन्न तकनीकी विषयों—जैसे खरीफ फसलें, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि यंत्रीकरण एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन—पर वैज्ञानिकों द्वारा साझा किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी गई।

किसानों की आवश्यकताओं और चुनौतियों पर विशेष चर्चा

इस संवाद के दौरान किसानों से प्राप्त फीडबैक, तकनीकी आवश्यकताओं, क्षेत्रीय नवाचारों और संबंधित चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। यह स्पष्ट किया गया कि यह अभियान किस प्रकार किसानों की आजीविका में सुधार और क्षेत्रीय कृषि के समग्र विकास में सहायक हो सकता है। संवाद का उद्देश्य मीडिया प्रतिनिधियों को इन जानकारियों से अवगत कराना था, ताकि वे कृषि क्षेत्र की प्रगति में सूचना के माध्यम से सहयोग कर सकें।

संयुक्त समन्वय और सतत जागरूकता प्रयास

अभियान का समन्वय कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोन-IV, पटना और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा किया जा रहा है। दोनों संस्थानों के मार्गदर्शन में सहभागी संस्थाएं विभिन्न गांवों में जाकर किसानों को पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के समन्वय से लाभकारी और पर्यावरण-अनुकूल कृषि अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं I

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