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किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है सौर सुजला योजना

01 मार्च 2025, भोपाल: किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है सौर सुजला योजना – छत्तीसगढ़ की सरकार अपने राज्य के किसानों को सोलर पम्प अनुदान पर दे रही है और सरकार ने किसानों से इस नई योजना का लाभ उठाने के लिए भी कहा है। सरकार का यह मानना है कि सोलर पम्प से किसान साल में एक से अधिक फसल ले सकेंगे और आमदनी भी इस कारण बढ़ेगी।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में किसानों को कम दामों पर सोलर पम्प उपलब्ध कराने के लिए “सौर सुजला योजना” चलाई जा रही है। यह योजना राज्य के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है।

सौर सुजला योजना के तहत छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा क्षेत्र के 1222 किसानों के खेतों में सौर सिंचाई पम्प स्थापित किए गए हैं, जिससे अब किसान बिना किसी चिंता के सिंचाई सुविधा का लाभ उठाकर लाभकारी खेती कर रहे हैं। सोलर पम्प मिलने से पहले किसान नदी-नालों से डीजल पम्प के जरिए सिंचाई करते थे, जिससे उनकी आय का बड़ा हिस्सा ईंधन पर खर्च हो जाता था। लेकिन सौर सुजला योजना के तहत मात्र 10 से 25 हजार रुपये में सोलर पम्प मिलने से अब उनकी यह समस्या समाप्त हो गई है। छत्तीसगढ़ शासन किसानों को बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर सौर पम्प उपलब्ध करा रही है। 3 हॉर्स पावर के पम्प के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के किसानों को मात्र 10,000 रुपये, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को 15,000 रुपये, सामान्य वर्ग के किसानों को 21,000 रुपये का अंशदान देना होता है। जबकि 5 हॉर्स पावर के पम्प के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को 15,000 रुपये, अन्य पिछड़ा वर्ग को 20,000 रुपये तथा सामान्य वर्ग के कृषक को 25,000 रुपये का अंशदान देना होता है। बलौदाबाजार जिले में अब तक 5198 सौर पम्प लगाए जा चुके हैं। योजना के तहत किसानों को 3 से 5 एचपी तक के सरफेस और सबमर्सिबल सोलर पम्प लगवाने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। सौर सुजला योजना का लाभ लेने के लिए कृषि विभाग, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और क्रेडा विभाग के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। सिंचाई के लिए नदी, नाले, कुएं और नलकूप प्राथमिकता से चिन्हांकित किए जाते हैं। छत्तीसगढ़ शासन की यह योजना किसानों के लिए कम लागत में सिंचाई की बेहतर और स्थायी व्यवस्था है।

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