मध्य प्रदेश में अब तक 3 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हुई मूंग की बोनी
जायद फसलों की बुवाई 35 फीसदी पूरी
लेखक: अतुल सक्सेना, वरिष्ठ पत्रकार
08 अप्रैल 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश में अब तक 3 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हुई मूंग की बोनी – मध्य प्रदेश में मुख्य रूप से मूंग, मूंगफली, मक्का, उड़द एवं धान फसल जायद में ली जाती है। इसमें सबसे प्रमुख एवं किसानों को मुनाफा देने वाली फसल मूंग है जिसे जायद में सबसे अधिक क्षेत्र में प्रदेश के किसान अपनाने लगे हैं। चालू जायद वर्ष 2025 में लगभग 11 लाख 59 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है इसके विरुद्ध 4 अप्रैल तक 3 लाख 71 हजार हेक्टेयर में मूंग की बोनी हो गई है। जबकि गत वर्ष समान अवधि में 3 लाख 60 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। समर्थन मूल्य में बेहतर कीमत मिलने के कारण गत वर्ष किसानों को लाभ हुआ, इसे देखते हुए लक्ष्य में इस वर्ष 1 लाख हेक्टेयर की वृद्धि की गई है तथा किसान मूंग लगाने के प्रति उत्साहित भी हैं। राज्य में इस वर्ष 13 लाख 47 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जायद फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 4.68 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बोनी हो गई है।
कृषि विभाग के मुताबिक देश एवं प्रदेश में सबसे अधिक मूंग फसल लेने वाला नर्मदापुरम जिला है। इस वर्ष यहां लगभग 2.50 लाख हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरे नम्बर पर रायसेन जिला है यहां 1.50 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी। तीसरे नम्बर पर हरदा जिला है यहां 1.46 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी। इसी प्रकार नरसिंहपुर जिले में 1.20 लाख हेक्टेयर में मूंग लगाने का लक्ष्य है वहीं सीहोर जिले में 1 लाख, जबलपुर 60 हजार, देवास 46 हजार, कटनी 52 हजार, दमोह 45 हजार एवं खंडवा जिले में भी 36 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक राज्य में 4 लाख 71 हजार हेक्टेयर में मूंग बोई गई है।
एमएसपी के कारण आकर्षण
दलहन में आत्मनिर्भरता लाने के प्रयास में केन्द्र सरकार ने दलहनी फसलों के समर्थन मूल्य में पर्याप्त वृद्धि की है। गत वर्ष 2023-24 में 8558 रुपए प्रति क्विंटल मूंग का समर्थन मूल्य था, जो इस वर्ष 2024-25 में 8682 रुपए क्विंटल हो गया है। इस समर्थन मू्ल्य पर विपणन वर्ष 2025-26 में खरीदी की जाएगी। एमएसपी में वृद्धि के कारण किसान मूंग लगाने के प्रति आकर्षित हो रहे हैं तथा फसल भी लगभग 60 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
जायद का रकबा
कृषि विभाग के अनुसार प्रदेश में जायद की अन्य फसलों की बोनी के तहत अब तक मूंगफली 8516 हेक्टेयर में, मक्का 7318 हेक्टेयर, उड़द 29735 हेक्टेयर एवं ग्रीष्मकालीन धान 51142 हेक्टेयर में बोई जा चुकी है।
मूंग बाहुल्य भोपाल, नर्मदापुरम एवं सागर संभाग के संयुक्त संचालक कृषि श्री बी.एल. बिलैया ने बताया कि तीनों संभागों में लक्ष्य के विरुद्ध अब तक लगभग 25 से 30 फीसदी बोनी हो गई है।
लगभग 10 दिन बाद मूंग फसल तैयार हो जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यत: नर्मदापुरम संभाग में सिंचाई के लिए नहरों से पानी छोडऩे की व्यवस्था की गई है। जिला एवं संभाग स्तर पर जल उपयोगिता समिति की बैठक हो गई है। आखिरी छोर के किसान तक पर्याप्त पानी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
म.प्र. में जायद की बोनी 4 अप्रैल 2025 (हेक्टे. में)
फसल | लक्ष्य | बुवाई |
मूंग | 1159227 | 371497 |
उड़द | 95260 | 29735 |
धान | 45132 | 51142 |
मक्का | 27877 | 7318 |
मूंगफली | 19586 | 8516 |
कुल | 1347082 | 468208 |
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