State News (राज्य कृषि समाचार)

श्री अन्न के उत्पादन में राजस्थान देश में नंबर वन, जानें कुल उत्पादन में राज्य की कितनी हिस्सेदारी

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20 सितम्बर 2023, जयपुर: श्री अन्न के उत्पादन में राजस्थान देश में नंबर वन, जानें कुल उत्पादन में राज्य की कितनी हिस्सेदारी – सुपर अनाज कहे जाने वाले मोटे अनाज के उत्पादन में हमारा देश पूरे विश्व में पहले स्थान पर है और यह एक सुखद संयोग है कि देश भर में मोटे अनाज के उत्पादन में हमारा राज्य सबसे ऊपर है।

राजस्थान के कृषि एवं उद्यानिकी शासन सचिव डॉ. पृथ्वी ने बताया कि देश के मोटे अनाज के उत्पादन में राजस्थान राज्य की हिस्सेदारी 28.6 प्रतिशत है। वहीं मोटे अनाज की खेती के क्षेत्रफल में 36 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

राजस्थान राज्य में पैदा होने वाले मोटे अनाज में बाजरा और ज्वार प्रमुख हैं। बाजरे के उत्पादन में 41.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ राज्य देश में पहले पायदान पर है, वहीं ज्वार के उत्पादन में तीसरे पायदान पर है। उन्होंने बताया कि राज्य के दक्षिणी जिलों डूंगरपुर, बांसवाड़ा, जालोर एवं सिरोही के क्षेत्रों में मोटे अनाज में सांवा, कांगनी,कोदो तथा कुटकी का उत्पादन भी किया जाता है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की दृष्टि से मिड-डे-मील, इंदिरा रसोई व आईसीडीएस योजनाओं में मोटे अनाज को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के ’फिट राजस्थान’ के सपने को पूरा करने के लिए यह एक सार्थक पहल है।

राज्य सरकार द्वारा किसानों को मोटे अनाज की खेती हेतु प्रोत्साहित करने के लिए बाजरा व ज्वार के बीज मिनिकिट्स का निःशुल्क वितरण किया गया है। जिसमें विगत 4 वर्षों में  बाजरे के 26 लाख 8 हजार 233 मिनिकिट्स का नि:शुल्क वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में भी राज्य सरकार द्वारा 7 लाख 91 हजार 566 कृषकों को बाजरा बीज के मिनीकिट वितरित किए गए हैं।  मूल्य संवर्धन एवं फसलोत्तर बेहतर प्रबंधन के लिए 5 करोड़ रुपये की लागत से मिलेट्स उत्कृष्टता केन्द्र जोधपुर मे स्थापित किया जा रहा है।

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