मुरैना और श्योपुर कलां जिलों में अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
12 अगस्त 2024, इंदौर: मुरैना और श्योपुर कलां जिलों में अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट – मौसम केंद्र, भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के उज्जैन, रीवा, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर; भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई एवं राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चलीं। शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। पूर्वी मप्र के सीधी जिले के रामपुर में सर्वाधिक 147.5 मि मी वर्षा दर्ज़ की गई। दीर्घावधि औसत से मध्यप्रदेश में 16 % अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मप्र में औसत से 15 % अधिक और पश्चिमी मप्र में 18 % अधिक वर्षा हुई है।
मौसम की स्थिति – वर्तमान में मानसून ट्रफ बीकानेर, सीकर, ग्वालियर ,सीधी, रांची, दिघा से होकर गुजर रहा है और फिर पूर्व – दक्षिण – पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर – पूर्व तक विस्तृत है। वर्तमान में देश में चार चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर -पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर, दक्षिण – पूर्वी पाकिस्तान और संलग्न राजस्थान के ऊपर, पूर्वी बांग्ला देश के ऊपर और झारखंड के ऊपर के ऊपर सक्रिय है। उत्तर – पूर्वी अरब सागर से लेकर उत्तर – पश्चिमी मध्यप्रदेश पर चक्रवातीय परिसंचरण के साथ एक ट्रफ विस्तृत है। वहीं रायलसीमा से लेकर कोमोरिन क्षेत्र तक भी एक ट्रफ विस्तृत है।
पूर्वानुमान – मौसम केंद्र ने मुरैना और श्योपुर कलां जिलों में अनेक स्थानों पर ऑरेंज अलर्ट के साथ वज्रपात / झंझावात / अति भारी वर्षा (115.6 – 204.4 मि .मी.) की संभावना जताई है। जबकि सीहोर, खंडवा, खरगौन, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, रीवा, मऊगंज, सतना और डिंडोरी जिलों में कुछ स्थानों पर वज्रपात / झंझावात के सतह भारी वर्षा (64.5 – 115.5 मि .मी.) होने का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य जिलों में अनेक/अधिकांश स्थानों पर वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: