राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश: MSP पर दालों की खरीद हुई मजबूत, जानिए कौन-कौन सी फसलें होंगी शामिल

31 जनवरी 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश: MSP पर दालों की खरीद हुई मजबूत, जानिए कौन-कौन सी फसलें होंगी शामिल – मध्यप्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को अधिक लाभकारी बनाने के लिए नई योजनाएँ लागू की जा रही हैं। राज्य में मिशन सोयाबीन शुरू किया गया है, जिससे अगले पाँच वर्षों में सोयाबीन उत्पादन में तेजी आने की संभावना है। साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल भी प्रदेश में संचालित किया जा रहा है।

राज्य में धान की देशी किस्मों को बढ़ावा देने की पहल जारी है। कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से जीरा शंकर, राजभोग, विष्णुभोग, चिन्नौर और कालीमूंछ जैसी किस्मों के संरक्षण और नए वैरायटी विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। गेहूँ की पारंपरिक किस्म शरबती गेहूँ के संरक्षण पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

सरसों उत्पादन और एफपीओ की भूमिका

प्रदेश में सरसों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए विशिष्ट एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) बनाए जा रहे हैं। सहकारी तेल मिल स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिल सके। सरसों उत्पादन वाले जिलों के हर ब्लॉक में खरीद केंद्र खोले गए हैं।

दालों की खरीद और एमएसपी पर जोर

राज्य सरकार ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर अरहर, मूंग, उड़द और मसूर जैसी दलहनी फसलों की खरीदी की व्यवस्था को मजबूत किया है।

बीजग्राम योजना और स्वाइल हेल्थ कार्ड का प्रभाव

प्रदेश में बीजग्राम कार्यक्रम के तहत 2.92 लाख किसानों को 80,275 क्विंटल बीज वितरित किए गए हैं। साथ ही, स्वाइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत अब तक 9.73 लाख किसानों को कार्ड वितरित किए गए हैं, जिससे उर्वरकों और पोषक तत्वों की वैज्ञानिक अनुशंसा के आधार पर खेती को बढ़ावा मिल रहा है।

इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाना है। लेकिन इनके प्रभाव का आकलन आगामी सीजन के उत्पादन और किसानों को मिलने वाले लाभ के आधार पर किया जाएगा।

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