राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश के 9 जिलों में हल्की वर्षा की संभावना  

22 अक्टूबर 2025, इंदौर: मध्यप्रदेश के 9 जिलों में हल्की वर्षा की संभावना – मौसम केंद्र, भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले  24 घंटो के दौरान, मध्यप्रदेश  के भोपाल, इंदौर,  नर्मदापुरम, ग्वालियर , जबलपुर एवं सागर संभागों के जिलों में कहीं- कही वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में  मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।

वर्षा के प्रमुख आंकड़े ( मि मी में ) – तमिया  30.0, बरेली 19.6, सुल्तान पुर 19.3, छतरपुर 10.0, रांझी 6.2, नौगांव 4.8,  खिरकिया  4.0, उदयपुरा 4.0, सिलवानी  3.6, बाड़ी 3.5, उमरेठ 3.2, बरघाट 3.1, खकनार 3.0, जुन्नार देव 3.0,पचमढ़ी 2.6,  बड़ा  मलहरा 2.0, सोहागपुर नर्मदापुरम 2.0, गोटेगांव 2.0, गैरतगंज 2.0,  बक्स्वाहा  1.8, रायसेन 1.4, इटारसी 1.2,  तेन्दुखेड़ा  – नरसिंहपुर 1.0, जैसीनगर 1.0,  ग्वालियर  0.5, जबलपुर 0.3, गौरीहार में 0.2  मिमी वर्षा दर्ज़ की गई।  छतरपुर, छिंदवाड़ा, जबलपुर,  नरसिंहपुर, सागर, सि वनी, बुरहानपुर,  ग्वालियर , हरदा,  नर्मदा पुरम और रायसेन जिले वज्रपात / झंझावात और वर्षा से प्रभावित रहे।

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मौसमी परिस्थितियां – दक्षिण – पूर्व  अरब सागर पर बना अवदाब पिछले  3 घंटों में  लगभग 7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार  से  उत्तर – उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा है और आज, 22  अक्टूबर  2025 को सुबह 8:30 बजे यह उसी  क्षेत्र में स्थित  है। है। यह अगले 24 घंटों  में  धीरे-धीरे उत्तर -उत्तर पश्चिम  की ओर बढ़ सकता है। दक्षिण – पश्चिम  बंगाल की खाड़ी  में  तमिलनाडु तट के पास बना  निम्न  दबाव का  क्षेत्र लगभग  उत्तर – पश्चिम  दिशा में बढ़ा है और आज 22 अक्टूबर  2025 को सुबह 8:30 बजे यह उसी क्षेत्र में स्थित  है। इसके  उत्तर – पश्चिम  की ओर बढ़ते  हुए , अगले 12 घंटों  में  इसके दबाव वाले  क्षेत्र  में  बदलने की संभावना है,है, जो  उत्तर  तमिलनाडु और  दक्षिण  आंध्र प्रदेश  के तटों के पास  दक्षिण – पश्चिम  और उससे सटे  पश्चिम – मध्य बंगाल की खाड़ी  में बनेगा। एक  चक्रवातीय परिसंचरण  पूर्वोत्तर  राजस्थान   और उसके आसपास के क्षेत्र  में मध्य  समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है, जबकि दूसरा चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर – पश्चिम   उत्तर प्रदेश  और उसके पास के हरियाणा  क्षेत्र में मध्य समुद्र  तल से 3.1 किलो मीटर की ऊंचाई पर  स्थित  है।  पश्चिमी  विक्षोभ एक ट्रफ  ( गड्ढा ) के रूप   में  और ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों  पर  मध्य समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर फैला हुआ है।

पूर्वानुमान – मौसम केंद्र ने बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा,  खरगोन , बड़वानी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्ना जिलों में कहीं -कहीं वर्षा होने  या गरज -चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की है। इन जिलों में कहीं -कहीं झंझावात / वज्रपात का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। जबकि भोपाल, विदिशा , रायसेन, सीहोर, राजगढ़,  नर्मदापुरम, हरदा,  आलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम,  उज्जैन ,देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी,  ग्वालियर ,  दतिया , भिंड , मुरैना,  श्योपुर कलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल,  उमरिया , डिंडोरी , कटनी, जबलपुर,  नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना , दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी  और  मैहर जिले शुष्क रहेंगे।

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