मध्यप्रदेश के 7 जिलों में भारी और शेष जिलों में हल्की वर्षा संभावित
11 जुलाई 2024, इंदौर: मध्यप्रदेश के 7 जिलों में भारी और शेष जिलों में हल्की वर्षा संभावित – मौसम केंद्र, भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर ,चंबल, जबलपुर, शहडोल,सागर संभागों के जिलों में कहीं- कही; भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा I राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चलीं। पश्चिमी मप्र के राजगढ़ जिले के जीरापुर में सर्वाधिक 109 मिमी वर्षा हुई। 1 जून से 11 जुलाई तक मप्र में दीर्घावधि औसत से 7 % कम वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 18 % कम और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 4 % अधिक वर्षा हुई है।
मौसम की स्थिति – मानसून ट्रफ मध्य समुद्र तल पर अब बीकानेर, जयपुर, उरई, बिलया,आसनसोल, बागती और फिर दक्षिण – पूर्व की ओर उत्तर -पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। तीन चक्रवातीय परिसंचरण उड़ीसा के आंतरिक भाग पर , उत्तरी महाराष्ट्र पर और पंजाब के ऊपर सक्रिय है। इसके अलावा अभी विरूपक हवाओं का क्षेत्र मध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर अवस्थित है जबकि दक्षिण गुजरात- उत्तरी केरल तटों पर मध्य समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ विस्तृत है।
पूर्वानुमान – मौसम केंद्र के अनुसार बैतूल, अशोकनगर, शिवपुरी,सिंगरौली, सीधी, पन्ना तथा मैहर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा (64.5 – 115.5 .मि मी.) होने की संभावना है।विदिशा, रायसेन, सीहोर , बैतूल, बुरहानपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, अशोकनगर, शिवपुरी, रीवा, मऊगंज,अनुपपुर, डिंडोरी , नरसिंहपुर,छिंदवाड़ा , सिवनी , मंडला, बालाघाट, सागर और पांढुर्ना जिलों में कुछ स्थानों पर तथा भोपाल, राजगढ़, नर्मदा पुरम, हरदा, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अली राजपुर, रतलाम, उज्जैन , शाजापुर,आगरमालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर , दतिया ,भिंड , मुरैना, श्योपुर कलां, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में कहीं -कहीं वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: