एमपी किसान एप पर पंजीयन नहीं होने से पांढुर्ना के किसान परेशान
21 जून 2024, (उमेश खोड़े) पांढुर्ना: एमपी किसान एप पर पंजीयन नहीं होने से पांढुर्ना के किसान परेशान – मध्यप्रदेश में कृषि विभाग की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अब एमपी किसान एप पर ऑन लाइन पंजीयन कराना अनिवार्य कर दिया है। खरीफ फसल के लिए पांढुर्ना क्षेत्र के किसान पिछले चार दिनों से अपने मोबाइल से पंजीयन करने की कोशिश कर रहे हैं , लेकिन पंजीयन नहीं हो पा रहा है। एमपी किसान एप की कृषि योजनाएं वाले भाग में लगातार त्रुटि बताई जा रही है। इससे किसान परेशान हैं।
इस संबंध में ग्राम धावड़ीखापा के श्री मंसाराम खोड़े, श्रीमती वनमाला खोड़े, श्री प्रकाश देशमुख , श्री दिनेश धारपुरे ,ग्राम अम्बाड़ा खुर्द के श्री रोशन कलम्बे ,ग्राम बोरखेड़ी के श्री राहुल बेलखेड़े, ग्राम नीलकंठ के श्री गुलाब घागरे और श्री नानेश्वर पराड़कर ने कृषक जगत को बताया कि किसान खरीफ फसल की तैयारियों में लगे हैं। मप्र सरकार के कृषि विभाग ने किसानों के लिए विभागीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए एमपी किसान एप पर ऑन लाइन पंजीयन अनिवार्य कर दिया है। जिनका पंजीयन नहीं होगा उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए पिछले चार दिन से मोबाइल में एमपी किसान एप पर पंजीयन की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पंजीयन नहीं हो रहा है। हर बार त्रुटि बता रहा है। इससे किसान परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एमपी किसान एप की 2023 में शुरुआत की गई थी । कृषि विभाग में संचालित विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए शासन के नवीन दिशा निर्देशों के अनुसार सभी किसानों को अब ऑनलाइन पंजीयन कराना अनिवार्य कर दिया है । हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ लेने वाले किसानों के साथ-साथ परंपरागत जैविक खेती करने के इच्छुक किसान भी एमपी किसान एप (https://kisan.mp.gov.in) पर ऑनलाइन पंजीयन कर सकते हैं। यह पंजीयन पोर्टल, मोबाइल द्वारा मोबाइल एप पर अथवा कॉमन सर्विस सेंटर पर किया जा सकता है।
इस संबंध में श्री सुनील गजभिए , वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ,ब्लॉक पांढुर्ना ने कृषक जगत को बताया कि भोपाल से जानकारी मिली है कि विभागीय आईटी टीम द्वारा एमपी किसान एप के पोर्टल में कुछ आवश्यक संशोधन किए जा रहे हैं , इसलिए अभी पोर्टल को बंद रखा गया है। जैसे ही पोर्टल अपडेट होगा, इसे खोल दिया जाएगा । इसके बाद किसानों के पंजीयन शुरू हो जाएंगे। तब तक के लिए किसानों को इंतज़ार करना पड़ेगा।
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