राज्य कृषि समाचार (State News)फसल की खेती (Crop Cultivation)

किसानों से गेहूं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा : श्री चौहान

अब तक 24 लाख 58 हजार किसानों ने कराया गेहूं पंजीयन

22 मार्च 2021, भोपाल  ।  किसानों से गेहूं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा : श्री चौहान – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों के गेहूं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। सभी जिलों में गेहूं उपार्जन की सभी व्यवस्थाएं अग्रिम रूप से की गई है। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिये व्यापक प्रबंध कर उपार्जन केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। समय पर किसानों की फसल का उपार्जन हो और उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की सभी व्यवस्थाएं प्राथमिकता के आधार पर की जा रही हैं। इंदौर एवं उज्जैन संभाग में 22 मार्च से और शेष संभागों में एक अप्रैल से गेहूं उपार्जन का कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही हुई वर्षा एवं ओलों से जिन जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है वहां के किसान चिंतित न हों। सर्वे के निर्देश दे दिये गये हैं। किसानों को फसल नुकसान का समुचित मुआवजा दिया जाएगा।

4763 उपार्जन केन्द्रों पर होगी खरीदी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना काल में किसानों की सुविधा के लिये उपार्जन केन्द्रों की संख्या बढ़ाई गई थी। इस बार 4763 केंद्र पर उपार्जन की व्यवस्था की गई है। । इस बार समर्थन मूल्य पर 125 लाख मीट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है। अभी तक 24 लाख 58 हज़ार किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है। इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल होगा। गत वर्ष यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था।

चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन 22 मार्च से

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन 22 मार्च से प्रारंभ किया जाएगा, जो 15 मई तक चलेगा। इस बार उपार्जन का कार्य मार्कफेड करेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि चने का समर्थन मूल्य 5100 रूपये, सरसों का समर्थन मूल्य 4650 रूपये और मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रूपये प्रति क्विंटल है। चने का उपार्जन 14 लाख 51 हजार टन, मसूर का एक लाख 37 हजार टन और सरसों का 3 लाख 90 हजार टन अनुमानित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष की तरह इस बार भी स्व-सहायता समूहों तथा कृषि उत्पादक समूहों को उपार्जन कार्य दिया जाएगा। गत वर्ष 39 उपार्जन केंद्रों पर स्व-सहायता समूहों एवं कृषि उत्पादक समूहों द्वारा 9 लाख 78 हज़ार 526 क्विंटल गेहूं उपार्जित किया गया, जो कुल उत्पादन का 3 प्रतिशत था।

चना, मसूर एवं सरसों के खरीदी केन्द्र बढ़े : कृषि मंत्री

कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने प्रमुख सचिव, कृषि श्री अजीत केसरी को हितग्राही मूलक प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को अधिकतम लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित हो सकेगा। श्री पटेल राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की समीक्षा कर रहे थे। श्री पटेल ने बताया कि पहली बार चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन गेहूं के साथ किया जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिये चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन के लिये खरीदी केन्द्रों की संख्या 906 से बढ़ाकर 1085 कर दी गई है।

बेमौसम बरसात-ओलों से फसलों को नुकसान

राजस्थान और मराठवाड़ा पर बने चक्रवात के कारण मध्य प्रदेश में गत दिनों हुई बेमौसम बरसात व ओलावृष्टि से रबी फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक 14-15 जिलों में बारिश एवं ओलावृष्टि हुई है। इसमें रायसेन, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, ग्वालियर, इन्दौर, सागर, खरगौन, खंडवा, शाजापुर, उज्जैन एवं छिंदवाड़ा शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक खेतों में कटी पड़ी हुई गेहूं-चना फसल को अधिक नुकसान हुआ है। खंडवा जिले में अरबी, प्याज फसल ओलों की भेंट चढ़ गई है। देवास जिले में गेहूं की खड़ी फसल आड़ी हो गई है। खेतों में कटी फसल डूब गई है। तरबूज की फसल भी प्रभावित हुई है।

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