छिंदवाड़ा में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक संपन्न
06 सितम्बर 2025, छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक संपन्न – जिले में अब परम्परागत खेती को लेकर किसानों में बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसका जिम्मा जिले के प्राकृतिक खेती करने के लिये इच्छुक किसानों द्वारा उठाया जा रहा है, जो प्रयोग के तौर पर एक एकड़ में कृषि विभाग के तकनीकी मार्गदर्शन में प्राकृतिक खेती करेंगे, जिसके लिये विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिये भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन योजना प्रारंभ की गई है। इसी तारतम्य में गत दिनों कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के मिनी सभाकक्ष में कृषि एवं एलाइड विभागों के साथ नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजना के अंतर्गत जिला निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह द्वारा योजना के अंतर्गत प्राकृतिक खेती करने में किसानों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से जोड़ने के निर्देश दिये गये। योजना में बायो रिसोर्स सेन्टर की स्थापना के लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया गया है। कलेक्टर श्री सिंह द्वारा जिले में उत्पादित जैविक एवं प्राकृतिक उत्पादों की मार्केटिंग पर विशेष जोर देने की आवश्यकता की बात कही गई, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
उप संचालक सह परियोजना संचालक आत्मा श्री जितेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा योजना के दिशा-निर्देशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिले को योजना के अंतर्गत 50 क्लस्टर के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिसमें प्राकृतिक खेती करने वाले इच्छुक कृषकों का चयन किया जाना है। इसके साथ ही प्राकृतिक खेती के लिये जिले को 33 बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) स्थापित करने के लिए लक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिसमें प्रति 03 प्राकृतिक खेती के क्लस्टर के लिये 02 बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) की स्थापना किया जाना है। श्री सिंह द्वारा बताया गया कि यह योजना टिकाऊ खेती प्रणालियों को बढ़ावा देने, खेतों में निर्मित जैव इनपुट का उपयोग बढ़ाने, (ताकि बाहर से खरीदे गए इनपुट पर निर्भरता कम हो) तथा इनपुट लागत में कमी लाने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। साथ ही योजना का विज़न प्राकृतिक रूप से उगाए गए रसायन मुक्त उत्पादों के लिए वैज्ञानिक रूप से संबंधित सामान्य मानक और आसान किसान अनुकूल प्रमाणन प्रक्रिया स्थापित करना है। जिले को प्रदाय 50 क्लस्टर में प्राकृतिक खेती के 6250 किसानों का चयन कर पोर्टल पर पंजीयन किया गया है। अब तक जिले में मिशन के अंतर्गत 50 क्लस्टर का निर्माण किया जा चुका है। मिशन के अंतर्गत प्रत्येक क्लस्टर में 2-2 कृषि सखियों का चयन किया जाना है, जो कि शत-प्रतिशत कर लिया गया है।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत छिंदवाड़ा श्री अग्रिम कुमार, डीन उद्यानिकी महाविद्यालय छिंदवाड़ा डॉ.आर.सी.शर्मा, वैज्ञानिक एवं के.व्ही.के. चंदन गांव छिंदवाड़ा डॉ.ध्रुव श्रीवास्तव, वैज्ञानिक एवं प्रमुख के.व्ही.के. देलाखारी तामिया डॉ.आर.एल.राउत, उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.एच.जी.एस.पक्षवार, सहायक कृषि यंत्री छिन्दवाडा श्री समीर पटेल, उप यंत्री सुश्री अश्विनी सिंह, सहायक संचालक मत्स्य छिंदवाड़ा श्री संजय अम्बोलिकर, जिला प्रबंधक एनआरएलएम/एसआरयूएम, जिला प्रबंधक एमपीडब्ल्यूएलसी, जिला आपूर्ति अधिकारी एवं एवं जिला विपणन अधिकारी छिंदवाड़ा आदि उपस्थित थे।
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