State News (राज्य कृषि समाचार)

बड़वानी में आत्मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक आयोजित

Share
किसानों ने अपने अनुभव साझा किए

10 फरवरी 2024, बड़वानी: बड़वानी में आत्मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक आयोजित – कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग की अध्यक्षता में शुक्रवार को कृषि विज्ञान केन्द्र बड़वानी में आत्मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान कलेक्टर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान जैविक खेती को अधिक से अधिक  अपनाएं  क्योंकि  आज के समय में जैविक खेती ही मृदा सहित मनुष्य की भी आवश्यकता बन गई है। जैविक फसलों का जहां मूल्य अधिक मिलता है,  वहीं  इससे मृदा की उर्वरक क्षमता भी बढ़ती है और मनुष्य को स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है। बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. बड़ोदिया, उप संचालक कृषि श्री आरएल जामरे सहित पशुपालन, मत्स्यपालन, उद्यानिकी विभााग के अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित थे।

ताराचंद बेलजी तकनीक – इस दौरान बैठक में उपस्थित ग्राम मण्डवाड़ा के वरिष्ठ किसानों ने कलेक्टर को बताया कि वे पूर्ण रूप से गन्ना, कपास एवं केला की जैविक खेती ताराचंद बेलजी तकनीक के माध्यम से कर रहे  हैं । इस तकनीक के माध्यम से खेती करके वे अपनी मृदा की शक्ति को सकारात्मक रूप से बढ़ा रहे  हैं , साथ ही कृषि की लागत भी कम बैठती है और मुनाफा अधिक होता है। जब वे रासायनिक खेती करते थे, तो अधिक मुनाफा नही मिलता था, जब से वे जैविक ताराचंद बेलजी तकनीक से जैविक खेती कर रहे  हैं उन्हें लगभग दुगुना मुनाफा होने लगा है।

स्ट्राबेरी और जिमिकंद कलेक्टर को भेंट किए  – बैठक के दौरान ग्राम सालीटाण्डा के कृषक श्री हिमांशु डावर ने अपने खेत में जैविक पद्धति से उगाई हुई स्ट्राबेरी भी भेंट की। इस दौरान  उन्होंने  कलेक्टर को बताया कि वे कक्षा 10वीं तक पढ़े  हैं तथा उन्हें उद्यानिकी विभाग के माध्यम से स्ट्राबेरी के पौधे प्राप्त हुए थे। उन्होने उन्होंने  जैविक पद्धति से अपने खेत में स्ट्राबेरी उगाई है। जिसे वे बड़वानी सहित आस-पास के बाजार में 200 रुपये प्रति किलोग्राम विक्रय करते  हैं , जिससे उन्हे अच्छा मुनाफा हुआ है। इस वर्ष  उन्हें  सर्वोत्तम कृषक का जिला स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। कलेक्टर ने श्री हिमांशु की पीठ थपथपाते हुए उनके कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर हौसला हो तो कुछ भी नामुमकिन नही है। बैठक के दौरान कृषक श्री मुकेश पाटीदार ने कलेक्टर को अपने खेत में लगे हुए जिमिकंद भी भेंट किये। कलेक्टर ने उन्हे भी जैविक खेती हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि क्षेत्र के किसानों का जैविक खेती के प्रति रूझाव देखकर अच्छा लगता है। अतः किसान स्वयं तो जैविक खेती  अपनाएं साथ ही अन्य  कृषकों  को भी इसके लाभ  बताएं ।

निर्यात बंधु स्कीम में निर्यात हेतु प्रशिक्षित करें – बैठक के दौरान कलेक्टर ने उप संचालक कृषि श्री आरएल जमरे को निर्देशित किया कि जिले में बहुत से कृषक उन्नतशील खेती करते  हैं  तथा जिले से कई फसलों का निर्यात भी किया जाता है , अतः जिले के कृषकों को निर्यात बंधु स्कीम के तहत निर्यात हेतु प्रशिक्षित किया जाये। जिससे कि किसान अपनी फसल दलाल के माध्यम से विक्रय न करते हुए स्वयं ही निर्यात कर सके। जिससे  उन्हें अपनी फसलों के अधिक दाम  से अधिक मुनाफा भी प्राप्त होगा।

कलेक्टर ने किया  कृषि विज्ञान केन्द्र का  भ्रमण – बैठक के पश्चात  कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने कृषि विज्ञान केन्द्र का भी भ्रमण किया। इस दौरान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. बड़ोदिया ने  उन्हें  केन्द्र में संचालित विभिन्न  इकाइयों सहित बकरीपालन, गौ पालन, मुर्गी पालन, जैविक खाद,  केंचुआ  खाद सहित केन्द्र में लगे हुए गेहूं एवं चने की फसल की विभिन्न प्रजातियों के बारे में भी जानकारी दी।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम)

Share
Advertisements