किसानों के लिए शासकीय एवं निजी केंद्रों से की गई उर्वरक की व्यवस्था
11 अगस्त 2025, ग्वालियर: किसानों के लिए शासकीय एवं निजी केंद्रों से की गई उर्वरक की व्यवस्था – जिले में कृषकों द्वारा खरीफ सीजन की फसलों के लिए किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में उर्वरकों का उठाव किया जा रहा है। जिले में सहकारी क्षेत्र में विपणन संघ के 06 भंडारण केन्द्रों, 02 मार्केटिंग समिति, 72 सहकारी समितियों, के अतिरिक्त निजी क्षेत्र में 40 थोक विक्रेता एवं 350 फुटकर विक्रेताओं के माध्यम से उर्वरक विक्रय किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जिले में प्राप्त रैकों के माध्यम से निरंतर खाद की उपलब्धता एवं पारदर्शी वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन में जिले में गत वर्ष 44,000 मी .टन यूरिया, 14,900 मी .टन डीएपी, 6,600. मी . टन एन पी के एवं 6700 मी टन ए.पी.एस. खाद का वितरण निजी एवं सहकारी क्षेत्र के माध्यम से किया गया था। चालू खरीफ सीजन जिले में 18000.00 मी .टन यूरिया, 9700.00 मी .टन डीएपी, 8500.00 मी . टन एन.पी.के. एवं 9800.00 मी टन एस.एस.पी. खाद की उपलब्धता जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित कराई जा चुकी है। वर्तमान में सहकारिता एवं निजी क्षेत्र में कुल 3500.00 मी टन यूरिया, 600 मी . टन डीएपी एवं 3800 मी टन एन.पी. के. एवं 3700 मी टन एस.एस.पी. खाद कृषकों को वितरण हेतु उपलब्ध है । जिला प्रशासन द्वारा जिले में प्राप्त आगामी रैकों से निरंतर खाद की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी |
जिले में निम्नानुसार विक्रय केन्द्रों पर उपलब्ध खाद का उठाव कृषकों द्वारा किया जा सकेगा। भितरवार, खेडापलायछा, सांखनी, गडाजर, दुबहा, पिपरौआ, छीमक, भेंगना, ईंटमा, आंतरी, अजयगढ़, करियवाटी, झाडोली, कछोऊआ, मेहगांव, भरथरी, सूखापठा, बढेरा बुजुर्ग, पुट्टी, बनवार, टिहोली, बडगांव, बंधोली, पिछोर, चितावनी, सालवई, इटायल, गोहिन्दा, मोहनगढ़, घरसोंधी, एवं निजी खाद विक्रेता | डीएपी खाद के सीमित उपयोग को बढ़ावा देने हेतु डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एन.पी.के / ए.पी.एस. तथा नैनो उर्वरकों (डीएपी एवं यूरिया) आदि के निरंतर उपयोग हेतु सभी किसानों से अपील की गई है।
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