अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से कृषि को प्रोत्साहन
19 दिसम्बर 2023, नई दिल्ली: अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से कृषि को प्रोत्साहन – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने लोकसभा में बताया केंद्र सरकार कृषि उत्पादन को और बढ़ाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) तथा राज्य कृषि विश्वविद्यालयों (एसएयू) के माध्यम से कृषि क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) को बढ़ावा दे रही है। सरकार द्वारा कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई) का बजट 2019-20 में 7846.17 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2023-24 में 9504 करोड़ रुपये कर दिया गया है।श्री मुंडा ने बताया भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि क्षेत्र में मौजूदा समस्याओं का समाधान प्रदान करने के लिए राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर लगातार कृषि अनुसंधान एवं विकास कार्य में संलग्न है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा बीज हब परियोजनाओं, दलहनों व तिलहनों, पोषक-उद्यानों, जलवायु के प्रति लचीली कृषि गतिविधियों तथा प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन को बढ़ावा देने के माध्यम से कृषि उत्पादन को प्रोत्साहन हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जाते हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाएं (एआईसीआरपी) बहु-स्थलीय परीक्षणों के माध्यम से विभिन्न प्रौद्योगिकियों के विकास/परीक्षण/पहचान के लिए कार्य करती हैं, जबकि कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (एटीएआरआई), कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के माध्यम से कार्यान्वित प्रौद्योगिकी परियोजनाओं के आईसीएआर प्रायोजित हस्तांतरण की योजना, निगरानी, समीक्षा एवं मूल्यांकन के क्षेत्र में काम करते है |
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम)