राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

MSP Pulses: 10 वर्षों में 60 फीसदी बढ़ा दालों का उत्पादन, एमएसपी पर 18 गुना हुई खरीद; जानें एमएसपी में कितनी हुई वृध्दि

17 फरवरी 2024, नई दिल्ली: 10 वर्षों में 60 फीसदी बढ़ा दालों का उत्पादन, एमएसपी पर 18 गुना हुई खरीद; जानें एमएसपी में कितनी हुई वृध्दि – भारत खाद्यान्न, दाल, सब्जियों एवं फलों का बड़ा उत्पादक राष्ट्र बनता जा रहा है। पिछले दशकों में दालों के उत्पादन में 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 में 171 लाख टन दाल का उत्पादन हुआ था, जो 2024 में बढ़कर 270 लाख टन हो गया है। यह जानकारी खाद्य-सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने नईदिल्ली में नेफेड एवं ग्लोबल पल्स कन्फेडरेशन (जीपीसी) द्वारा आयोजित चार दिवसीय पल्सेस सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत तेजी से दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

दालों के एमएसपी में 18 गुना वृध्दि

श्री गोयल ने कहा कि पिछले एक दशक में दालों के उत्पादन में 60 प्रतिशत एवं एमएसपी पर इसकी खरीदारी में 18 गुना वृद्धि हुई है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विभिन्न ई-कॉमर्स साइटों पर ग्राहक समीक्षाओं से भारत दाल को मिली उच्च रेटिंग किसानों की उच्च गुणवत्ता वाली दालों का उत्पादन करने की क्षमता को दर्शाती है और सरकार के सहयोग से यह आम आदमी के लिए सहजता से उपलब्ध भोजन बन सकता है। 

एमएसपी में लागत से 50 फीसदी अधिक कीमत

श्री गोयल ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) आज हमारे किसानों को उत्पादन की वास्तविक लागत से 50 प्रतिशत अधिक कीमत का आश्वासन देती है, जिससे निवेश पर आकर्षक रिटर्न मिलता है। श्री गोयल ने कहा कि नेफेड व एनसीसीएफ किसानों को दलहन तथा मसूर में विविधता लाने के उद्देश्य से प्रोत्साहित कर रहे हैं और सरकारी खरीद के लिए 5 साल के अनुबंध के लक्ष्य के साथ सुनिश्चित मूल्य प्रदान करने के इच्छुक हैं, जो भारत सरकार का एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम है।

दालों के एमएसपी में सबसे अधिक वृध्दि

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक दशक पहले प्रदान की गई राशि की तुलना में मसूर में 117 प्रतिशत, मूंग में 90 प्रतिशत, चना दाल में 75 प्रतिशत अधिक, तुअर और उड़द में 60 प्रतिशत अधिक वृद्धि के साथ एमएसपी आज सबसे अधिक है। श्री गोयल ने कहा कि नेफेड व एनसीसीएफ किसानों को दलहन तथा मसूर में विविधता लाने के उद्देश्य से प्रोत्साहित कर रहे हैं और सरकारी खरीद के लिए 5 साल के अनुबंध के लक्ष्य के साथ सुनिश्चित मूल्य प्रदान करने के इच्छुक हैं, जो भारत सरकार का एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम है।

खाद्य उत्पादों के उत्पादन और गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी

मंत्री गोयल ने कहा कि भारत में विभिन्न खाद्य उत्पादों के उत्पादन और गुणवत्ता में विस्तार हुआ हैं, जिससे भारत 50 अरब डॉलर से अधिक के कृषि संबंधी उत्पादों के निर्यात करने लगा हैं। उन्होंने कहा कि ‘भारत’ ब्रांड के तहत खुदरा बिक्री के लिए सरकार द्वारा खरीदी गई चना दाल ने बाजार में उतरने के चार महीनों में ही दलहन के क्षेत्र में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है।

मोटे अनाज का 5वां सबसे बड़ा निर्यातक

श्री गोयल ने यह भी कहा कि भारत दुनिया में मोटे अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक और 5वां सबसे बड़ा निर्यातक है। उन्होंने कहा कि सरकार श्री अन्न की तरह ही दलहन तथा मसूर पर भी समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित उद्योग जगत के प्रमुखों से उत्पादकता में सुधार लाने और दलहन उद्योग को बढ़ाने के लिए सुझाव देने एवं मार्गदर्शन प्रदान करने का आग्रह किया।

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