National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

नैनो यूरिया से मिलेगा प्राकृतिक खेती को बढ़ावाः गृह मंत्री श्री शाह

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28 अक्टूबर 2023, नई दिल्ली: नैनो यूरिया से मिलेगा प्राकृतिक खेती को बढ़ावाः गृह मंत्री श्री शाह – केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मंगलावार को गुजरात के गांधीनगर जिले के कलोल में इफको के नैनो डीएपी (तरल) संयंत्र का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उवर्रक मंत्री श्री मनसुख मांडविया सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

प्राकृतिक खेती आज की जरूरत

सहकारिता मंत्री ने श्री अमित शाह ने कहा कि दस साल बाद जब कृषि क्षेत्र में हुए सबसे बड़े प्रयोगों की लिस्ट बनेगी तब इफ़को के नैनो यूरिया और नैनो डीएपी उसमें शामिल होंगे। श्री शाह ने कहा कि समय की ज़रूरत है कि यूरिया का उपयोग घटा कर प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ा जाए लेकिन साथ ही उत्पादन बढ़ाने की भी आवश्यकता है।

श्री शाह ने कहा कि नैना यूरिया का छिड़काव ज़मीन पर नहीं बल्कि पौधे पर किया जाता है और इससे धरती में मौजूद केंचुओं के मरने और प्राकृतिक तत्वों के नष्ट होने की संभावना शून्य होती है। अगर सभी प्राथमिक कृषि ऋण समितियाँ (PACS) इफ़को के साथ मिलकर नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का उपयोग करें तो बहुत जल्द ही हमारी धरती प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ेगी।

इफको नैनो डीएपी की 42 लाख बोतल करेगी तैयार

केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि इफको ने बहुत आधुनिक तरीके से संपूर्ण भारतीय प्लान्ट लगाने का काम किया है। मेक इन इंडिया का इससे बडा कोई उदाहरण ही नहीं हो सकता। इफको की कलोल इकाई ग्रीन टेक्नोलोजी आधारित नैनो डीएपी की लगभग 42 लाख बोटल का उत्पादन करेगी जिससे निश्चित रुप से किसानों को बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में 60 प्रतिशत लोग कृषि आधारित जीवन निर्वाह कर रहे हैं और देश की 60 प्रतिशत जमीन भी कृषि लायक है लेकिन वर्षों से किसान और कृषि दोनों की अनदेखी की जा रही थी।

खादों पर बड़ी सब्सिडी

सहकारिता मंत्री ने कहा कि कोरोना के बाद जब विश्व बाजार में फर्टिलाइजर के क्षेत्र में भाव बढें, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों पर बोझ नहीं डाला। इसका नतीजा यह हुआ की वर्ष 2013-14 में फर्टिलाइजर की कुल सब्सिडी 73 हजार करोड रुपये से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 2 लाख 55 हजार करोड रुपये हो गई है और इसका बोझ सरकार उठा रही है।

नैनो टेक्नोलोजी से खर्च में 8 से 20 प्रतिशत की होगी बचत

श्री शाह ने कहा कि कलोल, फुलपुर और आंबला में तीन फैक्ट्री चालू हो चुकी है और अब तक 8 करोड़ बोतल बाज़ार में आ गई है और आने वाले दिनों में 18 करोड़ बोतल तक विस्तार होने वाला है। उन्होंने कहा कि नैनो टेक्नोलोजी से पौधे के पोषण के अंदर बहुत बडा परिवर्तन होनेवाला है और यह किफायती एवं पोषक तत्वों से युक्त है। इससे खर्च में भी लगभग 8 से 20 प्रतिशत की बचत होती है।

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