कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: गेहूं बीज सब्सिडी I प्याज निर्यात I सोनालिका ट्रैक्टर्स I FCI खाद्य सुरक्षा I पशुपालन I 254 नए उर्वरक
07 नवंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…
1. गेहूं बीज सब्सिडी: कांग्रेस का आरोप- बीजेपी ने पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश की
पंजाब कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश कर रही है। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बुधवार को बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए उस पर पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से अस्थिर करने के निरंतर प्रयास का आरोप लगाया। पूरी खबर पढ़े….
2. प्याज किसानों के लिए खबर: सरकार बांग्लादेश को निर्यात के लिए 1,650 टन प्याज खरीदेगी
सरकार की निर्यात एजेंसी नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (एनसीईएल) ने बांग्लादेश को निर्यात करने के लिए निजी व्यापारियों से 29 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज खरीदेगी। इसके लिए ट्रेडर्स से 1,650 टन प्याज की खरीद की जाएगी। यह घटनाक्रम 8 दिसंबर से 31 मार्च तक लगाए गए प्रतिबंध के बाद भारत से आधिकारिक प्याज निर्यात की बहाली का प्रतीक है। पूरी खबर पढ़े….
3. सोनालिका ट्रैक्टर्स ने त्योहारों में मचाई धूम, एक महीने में 20,056 ट्रैक्टर की रिकॉर्ड बिक्री
सोनालिका ट्रैक्टर्स ने अक्टूबर 2024 में अपनी अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें कुल 20,056 ट्रैक्टर बेचे गए। त्योहारी सीजन के दौरान कंपनी की वार्षिक ‘हेवी ड्यूटी धमाका’ पेशकश ने किसानों को अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित ट्रैक्टरों को किफायती दामों पर उपलब्ध करवाया। पूरी खबर पढ़े….
4. FCI में 10,700 करोड़ का निवेश, MSP पर खरीद और खाद्य सुरक्षा को मिलेगा बल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में 10,700 करोड़ रुपये की इक्विटी निवेश को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय का उद्देश्य देश के कृषि क्षेत्र को आर्थिक सहायता प्रदान करना और किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करना है। पूरी खबर पढ़े….
5. दक्षिणी राज्यों में पशुपालन और डेयरी विकास को बढ़ावा देने के लिए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित
आज नई दिल्ली में दक्षिणी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय क्षेत्रीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता श्रीमती अल्का उपाध्याय, सचिव, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (डीएएचडी) ने की। बैठक में पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में चल रहे प्रमुख कार्यक्रमों की प्रगति पर चर्चा की गई, जिनमें राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम), राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएडीसीपी), राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) और राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (एनपीडीडी) शामिल थे। पूरी खबर पढ़े….
6. 254 नए उर्वरक विक्रय केंद्रों की स्थापना की स्वीकृति
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश सिविल सेवा (महिलाओं की नियुक्ति के लिए विशेष उपबंध) नियम, 1997 में मुख्यमंत्री के आदेश दिनांक 13.09.2023 एवं इसके परिपालन में विभाग द्वारा जारी अधिसूचना 3 अक्टूबर, 2023 का अनुसमर्थन किया गया। इस निर्णय से महिला आरक्षण 35 प्रतिशत होगा। पूरी खबर पढ़े….
7. इस वर्ष गेहूं बीज 4700 रुपए क्विंटल मिलेगा
म.प्र. शासन ने रबी 2024-25 के लिए प्रमाणित बीजों एवं जैविक बीजों की उपार्जन एवं विक्रय दरें निर्धारित कर दी हैं। अनुदान आदेश शीघ्र जारी किया जाएगा। इस वर्ष कृषकों को गेहूं बीज 4700 रुपए प्रति क्विंटल मिलेगा। बीज दरों का निर्धारण कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में बीज निगम के प्रस्ताव पर हुई बैठक में लिया गया। निर्णय के मुताबिक इस वर्ष गेहूं, मोटा अनाज (जौ) एवं दलहनी फसलों के प्रमाणित बीज 10 वर्ष तक अवधि की समस्त किस्मों पर तथा 10 वर्ष से अधिक अवधि की किस्मों पर अलग-अलग अनुदान दिया जाएगा। पूरी खबर पढ़े….
8. फसल उत्पादन के लिए जिंक का महत्व
जिंक उन आठ आवश्यक ट्रेस तत्वों में से एक है जिनकी पौधों को सामान्य वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यकता होती है। जैविक प्रणालियों में लगभग 10% प्रोटीन को उनके कार्यों और संरचना के लिए जिंक की आवश्यकता होती है। पौधों को कई प्रमुख क्रियाओं के लिए कम लेकिन महत्वपूर्ण सांद्रता में जिंक की आवश्यकता होती है, जिनमें शामिल हैं: झिल्ली कार्य, प्रकाश संश्लेषण, प्रोटीन संश्लेषण, फाइटोहोर्मोन संश्लेषण (जैसे ऑक्सिन), अंकुर शक्ति, शर्करा निर्माण, और रोग और अजैविक तनाव कारकों (जैसे, सूखा) के खिलाफ रक्षा। पूरी खबर पढ़े….
9. गेहूं की नई किस्म पूसा अहिल्या (एच.आई.1634 ) एक हेक्टेयर में 70 क्विंटल उत्पादन देती है
भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान,क्षेत्रीय केंद्र इंदौर द्वारा गेहूं की दो नई किस्में पूसा वानी (एच.आई .1633 ) और पूसा अहिल्या (एच.आई.1634 ) विकसित की गई है .जो चपाती के लिए उपयुक्त है.इन किस्मों के विकास में डॉ. एस.वी. साई प्रसाद और वैज्ञानिक श्री जंगबहादुर सिंह का योगदान रहा है. पूरी खबर पढ़े….
10. क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन ने आई एंड बी सीड्स का किया अधिग्रहण
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटेड ने अपने 12वें अधिग्रहण की घोषणा की है, जिसमें उसने आई एंड बी सीड्स का अधिग्रहण किया है। आई एंड बी सीड्स फूल और सब्जी बीज बाजार में एक प्रमुख कंपनी है, जो इन्डस और एसपीएस ब्रांड्स के साथ गेंदा बीज में अग्रणी स्थान रखती है। यह अधिग्रहण क्रिस्टल को अपने बीज व्यवसाय को विविधित करने और सब्जी व फूल खंडों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का अवसर देगा, जिससे कंपनी इस क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभर सकेगी। पूरी खबर पढ़े….