गेहूं बीज सब्सिडी: कांग्रेस का आरोप- बीजेपी ने पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश की
रिपोर्ट: जग मोहन ठाकन
07 नवंबर 2024, चंडीगढ़: गेहूं बीज सब्सिडी: कांग्रेस का आरोप- बीजेपी ने पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश की – पंजाब कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बुधवार को बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए उस पर पंजाब के किसानों को आर्थिक रूप से अस्थिर करने के निरंतर प्रयास का आरोप लगाया।
हाल ही की एक खबर का हवाला देते हुए, बाजवा ने मीडिया को दिए गए बयान में बताया कि पंजाब के 68 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसानों को अब केवल एक एकड़ भूमि के लिए ही सब्सिडी वाले गेहूं के बीज मिलेंगे। यह नीति पिछली व्यवस्था से काफी अलग है, जिसमें प्रति किसान पांच एकड़ तक के लिए सब्सिडी वाले बीज दिए जाते थे।
बाजवा ने कहा, “पंजाब में धान की खरीद में पहले से ही संकट पैदा करने के बाद, जिससे हमारे किसान अभी उबर रहे हैं, अब केंद्र की बीजेपी सरकार ने गेहूं की बुवाई के इस मौसम में अपना ध्यान इसके बीज पर केंद्रित कर दिया है। उन्होंने डीएपी, जो इस फसल के लिए आवश्यक खाद है, की आपूर्ति को सीमित कर दिया है और छोटे किसानों के लिए सब्सिडी वाले गेहूं के बीज को सिर्फ एक एकड़ तक ही सीमित कर दिया है।”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाजवा ने कहा कि बीजेपी सरकार की ये कार्रवाई एक पैटर्न को दर्शाती है, जिससे पंजाब के कृषि समुदाय को लगातार कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की नीतियों का उद्देश्य पंजाब के किसानों के लिए आर्थिक कठिनाइयां खड़ी करना है।
बाजवा ने कहा, “पंजाब के किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिसके बाद बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार को अपने तीन किसान विरोधी कानून वापस लेने पड़े। अब ऐसा लगता है कि बीजेपी पंजाब के किसानों को निशाना बना कर बदला ले रही है।”
बाजवा ने आश्वासन दिया कि पंजाब कांग्रेस इन कठिन समय में राज्य के किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है और बीजेपी की विभाजनकारी नीतियों और पंजाब के कृषि क्षेत्र को अस्थिर करने के एजेंडे का पर्दाफाश करती रहेगी।
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