राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: पर्यावरण-संरक्षण I सोयाबीन खरीदी I सिंचाई परियोजना I दुग्ध उत्पादन I पशुपालन

11 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…

1.महिंद्रा का नया सीबीजी ट्रैक्टर: पर्यावरण-संरक्षण और किसानों की तरक्की का अद्भुत संयोजन

भारत की प्रमुख ट्रैक्टर ब्रांड महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने नई दिल्ली में भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में अपना पहला सीबीजी (कंप्रेस्ड बायो-गैस) संचालित युवो टेक+ ट्रैक्टर प्रदर्शित किया। कंप्रेस्ड प्राकृतिक गैस का उपयोग करके, महिंद्रा सीबीजी संचालित ट्रैक्टर इस तकनीक में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है, जो प्रदूषकों और कार्बन उत्सर्जन को कम करता है। सीएनजी की तुलना में, जो जीवाश्म ईंधनों पर निर्भर है, पूरी खबर पढ़े….

2.सरकार ने दी किसानों को खुशखबरी, तीन राज्यों को दी सोयाबीन खरीदी की मंजूरी 

देश में अधिकतर किसान गेहूं के साथ-साथ सोयाबीन की भी खेती करते है या फिर कई ऐसे किसान भी है जो सिर्फ सोयाबीन की ही खेती पर निर्भर रहते है। ऐसे ही किसानों के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने एक  महत्वपूर्ण फैसला लिया है ताकि उन्हें आर्थिक रूप से बेहतरीन मदद मिल सके। पूरी खबर पढ़े….

3.सोयाबीन एमएसपी पर खरीद की मंजूरी, मध्य प्रदेश सरकार को केंद्र की हरी झंडी

केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सोयाबीन खरीदी की अनुमति प्रदान कर दी है। मध्यप्रदेश सरकार ने इस संबंध में केंद्र से 10 सितम्बर को अनुमति मांगी थी, जिसके बाद आज केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी मंजूरी दी। पूरी खबर पढ़े….

4.समय पर पूरी हों मध्य प्रदेश की सिंचाई परियोजनाएँ: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश में चल रही और नई स्वीकृत सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण कार्य को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने जोर देकर कहा कि परियोजनाओं में गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और लंबित परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए। पूरी खबर पढ़े….

5.मध्यप्रदेश के दुग्ध संघों का संचालन अब राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के हवाले, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की तैयारी

मध्यप्रदेश में दुग्ध संघों के संचालन का दायित्व राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) को सौंपने पर सहमति बन गई है। अगले पांच वर्षों तक एनडीडीबी राज्य के दुग्ध संघों और मध्यप्रदेश राज्य कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन का प्रबंधन करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस निर्णय को राज्य के दुग्ध उत्पादन में एक नई क्रांति का संकेत बताया है, जिससे पशुपालकों और किसानों की आमदनी में इजाफा होगा। पूरी खबर पढ़े….

6.मूंगफली की पत्तियां पीली पड़ने पर करें ये निदान

इस रोग के कारण पौधे पीले पड़कर सूख रहे हैं। इसके उपचार हेतु पूर्व मिश्रित फ्लूसिलाजोल 12.5 प्रतिशत, कार्बेन्डाजिम 25 प्रतिशत, एस. ई. की 2 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। पूरी खबर पढ़े….

7.सोयाबीन का भाव 6 हज़ार मिलने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा

संयुक्त किसान मोर्चा मध्य प्रदेश द्वारा सोयाबीन के भाव को लेकर प्रदेश में आंदोलन जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार  संयुक्त किसान मोर्चा और  किसानों की पहले दिन से स्पष्ट मांग है कि सोयाबीन की न्यूनतम भाव 6 हज़ार रु प्रति क्विंटल पर खरीदी सुनिश्चित की जाए। इससे कम भाव हमें स्वीकार नहीं है। किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। 13 सितंबर को हरदा जिले में बड़ी किसान रैली होगी, जिसमें प्रदेश भर के किसान नेता जुटेंगे । पूरी खबर पढ़े….

8.भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा जारी मिलेट्स, चारा फसलों की नई किस्में

गत दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की गई खेत और बागवानी फसलों की 109 किस्मों में खरीफ मिलेट्स (मोटा अनाज) एवं खरीफ चारा की किस्में भी शामिल हैं, जो भारतीय किसानों के लिए कृषि उत्पादन में एक नई क्रांति साबित हो सकती हैं। इन नई किस्मों को देश के विभिन्न राज्यों के लिए अनुकूलित किया गया है, जिससे किसानों को बेहतर उत्पादन विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़े….

9.मध्यप्रदेश: चारा कटर मशीन से बदली लोकेश की जिंदगी, पशुपालन में मिली नई रफ्तार

 मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के बहादरपुर गांव के लोकेश भालोदे के लिए 16 पशुओं की देखभाल किसी चुनौती से कम नहीं थी। रोजाना चारा काटना, परोसना और पशुओं को खिलाने में पूरा दिन बीत जाता था। लेकिन अब उनकी मुश्किलें खत्म हो गई हैं। सरकार की ‘राष्ट्रीय पशुधन मिशन’ योजना के तहत लोकेश को ‘पॉवर ड्रिवन चैफ कटर मशीन’ मिली है, जिसने उनके काम को बेहद आसान बना दिया है। पूरी खबर पढ़े….

10.इंजीनियर वाले अंदाज में पेच कस रहे है कृषि मंत्री शिवराज

देश के किसानों के लिए कितना सोच रहे है यह अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे न केवल कृषि मंत्रालय के अधिकारियों से हर दिन चर्चा कर फीडबैक लेते है वहीं उनका इस बात पर भी जोर अधिक है कि किसानों के लिए जो सरकारी योजनाएं है वह पेचीदा न बनाई जाए ताकि किसानों को उसका फायदा जल्द से जल्द मिल सके। पूरी खबर पढ़े….

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