राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

आईसीएआर ने एक दशक में उच्च पैदावार देने वाली 2 हजार से अधिक किस्में की जारी; अब बायो फोर्टिफाइड पर जोर

29 फरवरी 2024, नई दिल्ली: आईसीएआर ने एक दशक में उच्च पैदावार देने वाली 2 हजार से अधिक किस्में की जारी; अब बायो फोर्टिफाइड पर जोर – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) सोसायटी की 95वीं वार्षिक आम बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री श्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में हुई।

इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान (आईसीएआर) ने देश को भूख और कुपोषण से बाहर निकालकर खेती-किसानी को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया हैं। परिषद की पिछली वार्षिक आम बैठक में 46 से अधिक सुझाव आए थे, जिन सभी पर आईसीएआर ने काम किया है। आईसीएआर ने 2005 से 2014 के दौरान जहां अधिक पैदावार देने वाली 1,225 फसल किस्में जारी की थीं। वहीं 2014 से 2023 के दौरान अलग-अलग फसलों की ऐसी 2,279 किस्में जारी की गई हैं। अब ध्यान बायो फोर्टिफाइड किस्‍मों के विकास पर केंद्रित किया जा रहा है। इस दिशा में प्रभावी ढंग से आगे बढ़ने के लिए बैठक में आने वाले सुझाव काफी मददगार होंगे।

आईसीएआर ने जारी कीं 24 किस्‍में

इस मौके पर मुंडा ने आईसीएआर के प्रकाशन व 22 फसलों की 24 किस्में जारी कीं, जिनमें धान, गेहूं, मक्का, सावां, रागी, सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी, चना, अरहर, मसूर, मोठ, जूट, टमाटर, भिंडी, चौलाई, सेम, खीरा, मटर, आलू, मशरूम और अमरूद शामिल हैं। आईसीएआर के डीजी डॉ. हिमांशु पाठक ने परिषद की उपलब्धियों पर रिपोर्ट पेश की। ये सभी किस्में मौसमीय बदलावों के लिए विकसित की गई है जिनमें विभिन्न अजैविक दबाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता है तथा यह पोषक तत्वों से भरपूर है।

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