वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया अंतरिम बजट; जानिए खेती व किसानों के लिए क्या हैं खास
01 फरवरी 2024, नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया अंतरिम बजट; जानिए खेती व किसानों के लिए क्या हैं खास – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने आज (1 फरवरी 2024) अंतरिम बजट को पेश कर दिया हैं। संसद में प्रस्तुत अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि यह बजट भारतवर्ष को विकास के मार्ग पर तेजी से प्रशस्त करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी का आईना दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अंतरिम बजट देश के किसान, गरीब, नारी शक्ति और युवा शक्ति की प्रगति का प्रतिबिंब है, जिनके विकास का संकल्प मोदी सरकार ने लिया है। मोदी सरकार द्वारा किए अनेक उपाय निश्चित ही हमारे अन्नदाताओं का जीवन स्तर और ऊंचा उठाएंगे।
श्री मुंडा ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए एक के बाद एक अनेक ठोस कदम पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) स्कीम अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके अंतर्गत अभी तक 11.80 करोड़ किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हुआ है और पूरी पारदर्शिता के साथ, बिना बिचौलियों के लगभग 2.81 लाख करोड़ रुपये पूरी पारदर्शिता के साथ किसानों के बैंक खातों में जमा कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से भी लगभग 4 करोड़ किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है। इसी तरह, किसानों के लाभ के लिए 1361 ई-नाम मंडियां शुरू की गई है, जिन पर अभी तक 3 लाख करोड़ रु. का व्यापार दर्ज हो चुका है। ऐसी कई योजनाएं लागू की हैं।
तिलहनों में आत्मनिर्भरता के लिए तैयार की जाएगी रणनीति
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर तिलहन अभियान सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। 2022 में घोषित पहल के आधार पर, सरसों, मूंगफली, तिल, सोयाबीन, सूरजमुखी जैसे तिलहनों के लिए ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने के लिए एक रणनीति तैयार की जाएगी। इसमें अधिक उपज देने वाली किस्मों के लिए अनुसंधान, आधुनिक कृषि तकनीकों को व्यापक रूप से अपनाना, बाजार संपर्क, खरीद, मूल्य संवर्धन व फसल बीमा शामिल होंगे।
किसानों के समर्थन के लिए शुरू किया जायेगा कार्यक्रम
श्री मुंडा ने बताया कि किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार एकत्रीकरण, आधुनिक भंडारण, कुशल आपूर्ति श्रृंखला, प्राथमिक व माध्यमिक प्रसंस्करण और विपणन एवं ब्रांडिंग सहित फसल कटाई के बाद की गतिविधियों में निजी-सार्वजनिक निवेश को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि सभी कृषि-जलवायु क्षेत्रों में विभिन्न फसलों पर नैनो डीएपी (उर्वरक) का विस्तार किया जाएगा। डेयरी किसानों को समर्थन देने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। मत्स्य पालन को बढ़ावा देते हुए 5 एकीकृत एक्वा पार्क स्थापित किए जाएंगे, वहीं प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाया जाएगा।
लखपति दीदी का लक्ष्य बढ़ाकर किया 3 करोड़
इसके अलावा मंत्री ने कहा कि बजट में लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य भी बढ़ाकर 2 करोड़ से 3 करोड़ कर दिया गया है। 9 करोड़ महिलाओं के साथ 83 लाख स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) सशक्तिकरण व आत्मनिर्भरता के साथ ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं। उनकी सफलता ने लगभग 1 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनने में मदद की है। इसी प्रकार, रूफटॉप सोलराइजेशन के माध्यम से, 1 करोड़ परिवार हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
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