अनाज और तिलहन की गुणवत्ता में सुधार: नमी मापने के उपकरण पर केंद्र की पहल
नमी मापने के नए उपकरण से किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ: केंद्र की नई पहल
23 जुलाई 2024, नई दिल्ली: अनाज और तिलहन की गुणवत्ता में सुधार: नमी मापने के उपकरण पर केंद्र की पहल – केन्द्रीय उपभोक्ता मामले विभाग ने अनाज और तिलहन में नमी के स्तर को मापने के लिए नए मापक उपकरण, यानी नमी मीटर, को शामिल करने के मसौदा नियमों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की। इस बैठक की अध्यक्षता विभाग की सचिव श्रीमती निधि खरे ने की।
नमी मीटर एक विशेष उपकरण है जिसका उपयोग कृषि में अनाज और तिलहन में नमी की मात्रा मापने के लिए किया जाता है। इससे नमी के सटीक आंकड़े मिलते हैं जो इन वस्तुओं की गुणवत्ता और भंडारण उपयुक्तता निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। नमी के स्तर को मापकर, किसान और व्यापारी अनाजों का बेहतर संरक्षण सुनिश्चित कर सकते हैं, इसके खराब होने के जोखिम को कम कर सकते हैं और भंडारण तथा परिवहन के लिए इष्टतम स्थिति बनाए रख सकते हैं।
मसौदा नियम 30 मई, 2024 को सार्वजनिक प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध कराए गए थे, जिसमें जून, 2024 के अंत तक सभी हितधारकों से टिप्पणियां आमंत्रित की गई थीं। बैठक के दौरान मसौदा नियमों पर प्राप्त सभी टिप्पणियों पर विस्तार से चर्चा की गई। सभी हितधारकों ने नमी मीटर को शामिल करने के प्रस्ताव का समर्थन किया और इसके महत्व पर जोर दिया।
विभाग नमी मीटरों के अलावा गैस मीटर (पीएनजी मीटर), ऊर्जा मीटर, वाहनों की गति मापने के लिए रडार उपकरण और श्वास विश्लेषकों को विनियमित करने के लिए नियम बनाने पर भी काम कर रहा है। इसके लिए निर्माताओं, उपयोगकर्ताओं और स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठन सहित सभी हितधारकों के साथ सार्वजनिक परामर्श किया जा रहा है।
बैठक में विभिन्न हितधारकों, निर्माताओं, उपयोगकर्ताओं, वैज्ञानिक संस्थानों, प्रयोगशालाओं, राज्य सरकार के कानूनी माप विज्ञान विभागों और वीसीओ ने भाग लिया। श्रीमती निधि खरे ने कहा, “यह संशोधन अनाज और तिलहन में नमी मापने के लिए नमी मीटर के विनिर्देशों को मानकीकृत करेगा, जिससे कृषि व्यापार में निष्पक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।”
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