देश का पहला सीएनजी ट्रैक्टर लांच
केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री श्री गडकरी ने अपने ट्रैक्टर में किया प्रयोग
12 अक्टूबर 2021, नागपुर । देश का पहला सीएनजी ट्रैक्टर लांच –देश के किसानों के लिए यह राहत भरी खबर है कि देश का पहला सीएनजी ट्रैक्टर गत दिनों लांच हो गया है। केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इसके लिए पहला प्रयोग अपने ही पुराने ट्रैक्टर में किया। सीएनजी ट्रैक्टर के आ जाने से न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि डीजल की तुलना में इसका खर्च भी कम आएगा। जल्द ही यह ट्रैक्टर बाजार में आ जाएगा। बॉयो सीएनजी से चलने वाला यह ट्रैक्टर किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने बताया कि लोगों को तकलीफ न हो इसलिए उन्होंने प्रयोग के तौर पर ख़ुद का पुराना डीजल से चलने वाला ट्रैक्टर इस्तेमाल किया। हालाँकि इस लक्ष्य को पाना उनके लिए भी आसान नहीं था। ट्रैक्टर में परिवर्तन के लिए नियम, शर्तें और सरकार से अनुमति लेने में ही एक साल लग गया। देश में 400 जिले में पेट्रोलियम सीएनजी मिलता है। उस पर तुरंत ट्रैक्टर कन्वर्ट हो जाएगा। श्री गडकरी ने कहा कि एक किलो सीएनजी का भाव 42 रुपए है और डीजल महंगा होने के कारण सीएनजी काफी किफायती है। दोनों में 4-4 किमी का औसत है। कम से कम 60 प्रतिशत बचत है। जो लोग ईंट भट्टे आदि में ट्रैक्टर रोज इस्तेमाल करते हैं, उनको तीन लाख रुपए महीने की बचत होगी और जो लोग खेती में प्रयोग करते हैं उन्हें लाख से डेढ़ लाख रुपए साल की बचत होगी इस तरह उनकी सालाना तीन लाख रुपए की बचत होगी। क्या सीएनजी वाले शहरों में यह ट्रैक्टर उपलब्ध होंगे या कन्वर्ट करवाना होंगे इस सवाल पर श्री गडक़री ने कहा कि अब कोई भी इसे कन्वर्ट करवा सकता है, क्योंकि अब तकनीक, नियम और सरकार की अनुमति जारी हो गई है।
श्री गडकरी ने कहा कि गांवों में किसानों की फसल कपास, गन्ना, धान, गेहूं फसल का जो बॉयो वेस्ट (परली) है, दो हजार रुपए टन के भाव से परली खरीदी की जाए। हर गांव में एक फैक्ट्री लगे और वहां बॉयो सीएनजी तैयार हो। इस बॉयो सीएनजी से उस गांव की कार, ट्रक, बसें और ट्रैक्टर चलें यह मेरा सपना है, ताकि किसान केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि ऊर्जा दाता बने। ईंधन की ऊर्जा अब आयात नहीं होगी यह देश का किसान तैयार करेगा। अब इसमें इथेनॉल आ गया है।