मिर्ची की उन्नत खेती कर लाखों का लाभ कमा रहे लटूरी गेहलोत के किसान गिरिराज
16 जुलाई 2021, आगर-मालवा । मिर्ची की उन्नत खेती कर लाखों का लाभ कमा रहे लटूरी गेहलोत के किसान गिरिराज – जिले के नलखेड़ा तहसील के ग्राम लटूरी गेहलोत के कृषक गिरिराज पिता अमर सिंह ने उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में डिप सिंचाई विधि से मिर्ची की खेती कर व्यवसाय में लाखों का मुनाफा कमाया है।
कृषक गिरिराज कहते हैं कि गाँव में उनके पास 18 बीघा जमीन है,जिस पर वे परंपरागत रूप से सोयाबीन और गेहूं की खेती करते रहे हैं परंतु पर्याप्त फसल का उत्पादन नही हो पाने एवं मंडी में सही दाम प्राप्त नही कर पाने से वे आर्थिक रूप से परेशान रहने लगे थे। किसान गिरिराज कहते हैं कि उनके किसी परिचित ने उन्हें मिर्ची की फसल लगाने की सलाह दी, उन्हें बताया कि इससे वे अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। तभी उन्होंने माह जून 2020 में उद्यानिकी विभाग की सलाह पर 0.500 हेक्टेयर में सोनल किस्म की मिर्च लगाकर ड्रिप सिंचाई पद्दति अपनाई।
किसान गिरिराज ने बताया कि ड्रिप सिंचाई पद्धति में खेतों में करीब 2-2 फीट की नालियां बनाई जाती है। नालियों के दोनों किनारों पर फसलों को रोपा जाता है। इससे फसलों की जड़ों में सीधे पानी पहुंचता है और सिंचाई की आवश्यकता भी नहीं होती है। साथ ही परंपरागत सिंचाई पद्धति की तुलना में 80 प्रतिशत पानी की बचत होती है।
इस विधि से खेती करने पर योजनानुसार शासन 55 प्रतिशत की अनुदान राशि भी देती है। वे कहते हैं कि उन्होंने उन्नत तकनिकी से मिर्च की खेती करते हुए पुरे वर्ष में 60 क्विंटल हरी मिर्च 20 रुपए प्रति किलोग्राम एवं 10 क्विंटल सुखी लाल मिर्च 150 रुपए प्रति किलोग्राम की दर के सुसनेर एवं राजस्थान के भवानी मंडी में विक्रय की। कृषक गिरिराज कहते है कि 0.500 हेक्टेयर से मिर्ची के उत्पादन में दवाई कीटनाशक पौधों सहित कुल 1 लाख 20 हजार रुपए की लागत आई थी तथा उन्होंने 2 लाख 70 हजार रुपए की मिर्च का विक्रय किया । इससे उन्हें 1 लाख 40 हजार रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया। किसान गिरिराज कहते हैं कि इस वर्ष उन्होंने 3.5 बीघा में मिर्च( 5-5 बीघा में लहसुन और प्याज तथा शेष भूमि में गेहूं एवं अन्य फसल बोई है। कृषक गिरिराज कहते हैं कि उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में मिर्च की खेती कर उन्हें परंपरागत खेती की तुलना में अच्छा खासा लाभ प्राप्त हुआ है।