सोयाबीन में पीला मोज़ेक वायरस: तुरंत अपनाएं ये बचाव के उपाय
02 अगस्त 2024, भोपाल: सोयाबीन में पीला मोज़ेक वायरस: तुरंत अपनाएं ये बचाव के उपाय – मध्य भारत में लगातार बारिश और बूंदाबांदी हो रही है, जिसके कारण सोयाबीन की फसल पर पीला मोज़ेक वायरस का खतरा बढ़ गया है। इन परिस्थितियों को देखते हुए, भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह जारी की है, जो फसल की सुरक्षा और उत्पादन बढ़ाने में सहायक होंगी।
येलो मोज़ेक वायरस (YMV)/सोयाबीन मोज़ेक वायरस (SMV) का नियंत्रण
पीला मोज़ेक/सोयाबीन मोज़ेक रोग के नियंत्रण के लिए किसानों को प्रभावित पौधे/भाग को उखाड़ने/नष्ट करने और एसेटामिप्रिड 25% + बाइफेंथ्रिन 25% WG (250 ग्राम/हेक्टेयर) का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है। वैकल्पिक रूप से, आप थायमेथोक्सम + लैम्ब्डा सायहलोथ्रिन (125 मिली/हेक्टेयर) या बीटासायफ्लुथ्रिन + इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली/हेक्टेयर) में से किसी एक को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इनके छिड़काव से तना मक्खी का भी नियंत्रण भी किया जा सकता है।
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