फसल की खेती (Crop Cultivation)

ये है पैसों की बारिश करवाने वाले पेड़

14 सितम्बर 2024, भोपाल: ये है पैसों की बारिश करवाने वाले पेड़ – जी हां। किसान यदि चाहे तो खेती करने के साथ ही अपनी जमीन पर ऐसे पेड़ों को भी लगा सकता है जो भविष्य में किसानों के लिए पैसों की बारिश करने वाले साबित हो सकते है। अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि पैसे पेड़ पर नहीं उगते। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि पैसे पेड़ पर उगते हैं, तो आप यकीन नहीं करेंगे।

मगर यह सत्य है। मौजूदा वक्त में पेड़ों की मांग तेजी से बढ़ रही है। कुछ पेड़ ऐसे भी हैं जो महज कुछ ही सालों में काटने लायक तैयार हो जाते हैं, जिन्हें बेचकर आप लाखों-करोड़ों कमा सकते हैं।  इन पेड़ों में चंदन, सागवान, सफेदा, शीशम और पॉपुलर का नाम शामिल है। इन पेड़ों की खेती किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित होती है। इन पेड़ों की अपनी-अपनी विशेषताएं और कीमतें हैं। जैसे- चंदन की  लकड़ी का बाजार मूल्य सबसे अधिक है, जिससे एक पेड़ से 5-6 लाख रुपये तक कमाए जा सकते हैं। सागवान की लकड़ी फर्नीचर के लिए उपयोगी है और इसकी भी काफी मांग है। सफेदा कम पानी में भी उगाया जा सकता है और इसका उपयोग कागज व फर्नीचर में होता है। शीशम की लकड़ी दीमक-रोधी होती है और फर्नीचर के लिए लोकप्रिय है। पॉपुलर की खेती से भी अच्छी कमाई होती है।

चंदन की खेती

चंदन की लकड़ी से दवाइयां, इत्र, साबुन, कॉस्मेटिक और तेल जैसे कई उपयोगी सामान बनाए जाते हैं।  इसकी एक किलो लकड़ी का बाजार मूल्य लगभग 27,000 रुपये होता है। एक चंदन के पेड़ से किसान लगभग 5 से 6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। एक एकड़ जमीन में लगभग 600 चंदन के पेड़ लगाए जा सकते हैं। यदि आप 600 पेड़ लगाते हैं, तो 12 साल में करीब 30 करोड़ रुपये तक कमा सकते हैं।

सफेदा (यूकेलिप्टस) की खेती

सफेदा, जिसे यूकेलिप्टस भी कहते हैं, किसान के लिए एक लाभदायक पेड़ है।  इसे कम पानी में भी उगाया जा सकता है और यह सभी मौसम में अच्छा बढ़ता है। इसकी लकड़ी से कागज, ईंधन और फर्नीचर बनाए जाते हैं। इसकी खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है।

सागवान की खेती

सागौन की लकड़ी सबसे मजबूत और महंगी मानी जाती है। इससे फर्नीचर और प्लाइवुड बनाए जाते हैं, और इसका उपयोग दवाइयों में भी होता है। इसकी लकड़ी लंबे समय तक चलती है, इसलिए इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। एक एकड़ में लगभग 120 सागवान के पेड़ लगाए जा सकते हैं, और जब ये पेड़ तैयार होते हैं, तो किसानों की कमाई करोड़ों में पहुंच जाती है।

शीशम की खेती

शीशम की लकड़ी मजबूत होती है और इससे फर्नीचर, बिजली के बोर्ड, रेलगाड़ी के डिब्बे और खिड़की के फ्रेम जैसी चीजें बनती हैं।  इस लकड़ी में दीमक नहीं लगती, जिससे इसकी बाजार में अच्छी मांग रहती है। रेतीली और नमी वाली जमीन पर इसकी खेती बढ़िया होती है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements