IARI द्वारा विकसित गेहूं, चावल, चना, टमाटर और गोभी की प्रमुख किस्में
09 मार्च 2023, नई दिल्ली: IARI द्वारा विकसित गेहूं, चावल, चना, टमाटर और गोभी की प्रमुख किस्में – वर्ष 2022 में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) द्वारा पारंपरिक और जीनोमिक-असिस्टेड ब्रीडिंग के माध्यम से लगभग 16 किस्मों / संकरों का विकास किया गया हैं।
IARI द्वारा विकसित गेहूं की किस्में
गेहूं में, एचडी 3406 और एचडी 3407 सहित 2022 में 10 किस्मों को जारी किया गया था, जो कि एमएएस-व्युत्पन्न किस्में हैं जो लीफ स्टेम रस्ट (leaf stem rust) और स्ट्राइप रस्ट (stripe rust) के लिए प्रतिरोधी हैं। इसके अलावा, एमएएस के माध्यम से विकसित एचडी 3411 को समय पर बुवाई वाली सिंचित स्थितियों के लिए जारी किया गया था। इसके अलावा, विभिन्न कृषि-पारिस्थितिकी के लिए एचडी 3369, एचआई 1650 (पूसा ओजस्वी), एचआई 1653 (पूसा जाग्रती), एचआई 1654 (पूसा अदिती), एचआई 1655 (पूसा हर्षा), एचआई 8826 (पूसा पोष्टिक) और एचआई 8830 (पूसा कीर्ति) को विकसित किया गया हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित शाकनाशी-सहिष्णु चावल/धान की किस्में (Herbicide-tolerant)
IARI ने 2022 के दौरान दो शाकनाशी-सहिष्णु (इमेज़ेथापायर) चावल की किस्में पूसा बासमती 1979 और पूसा बासमती 1985 विकसित की हैं। अंतर्निर्मित शाकनाशी सहिष्णुता के कारण, ये किस्में उत्तर-भारतीय मैदानी इलाकों में डीएसआर की खेती के लिए उपयुक्त हैं।
पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 6, और पूसा बासमती 1509 ने देश में बासमती चावल क्षेत्र के 95% हिस्से में उगाई जा रही हैं और इन किस्मों ने 2022-23 के दौरान 34,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा का योगदान एक्सपोर्ट के माध्यम से दिया था।
IARI द्वारा विकसित सूखा सहिष्णु चने की किस्म (drought-tolerant)
चना में, एमएएस के माध्यम से विकसित एक सूखा-सहिष्णु (drought-tolerant) किस्म पूसा जेजी-16 को शुष्क भूमि के लिए विकसित किया गई हैं।
IARI द्वारा विकसित सरसों की किस्म
IARI द्वारा कम इरुसिक एसिड (erucic acid) (0.79%) वाली सरसों की अधिक उपज देने वाली किस्म पूसा मस्टर्ड-34 विकसित की गई है।
IARI द्वारा विकसित बायोफोर्टिफाइड मिलेट की किस्में
इस ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट’ में, संस्थान का प्रमुख फोकस पोषण सुरक्षा प्रदान करने के लिए बायोफोर्टिफाइड मिलेट की किस्मों के विकास पर है। चार बायोफोर्टिफाइड मिलेट की किस्में पीपीएमआई 1280, पीपीएमआई 1281, पीपीएमआई 1283 और पीपीएमआई 1284 ( उच्च आयरन और जिंक के साथ) विकसित की गईं हैं।
IARI द्वारा विकसित बागवानी फसल की किस्में
गुलाब (Rose): गुलाब की दो किस्मे जारी की गई हैं जो है पूसा लक्ष्मी और पूसा भार्गवा।
मैरीगोल्ड (Marigold): IARIद्वारामैरीगोल्ड की दो किस्मे जारी की गई हैं जो है पूसा पर्व और पूसा उत्सव।
ग्लेडियोलस (Gladiolus): IARIद्वारा ग्लेडियोलस की किस्मे पूसा रजत जारी की गई हैं।
गुलदाउदी (Chrysanthemum): IARIद्वारा गुलदाउदी की किस्मे पूसा लोहित जारी की गई हैं।
बोगेनविलिया (Bougainvillea): IARIद्वारा गुलदाउदी की किस्मे पूसा आकांक्षा जारी की गई हैं।
अमरूद (Guava): लाल और सफेद गूदे और नरम बीज वाली अमरूद की किस्में, पूसा आरुषि और पूसा प्रतीक्षा IARIद्वारा विकसित की गई हैं। एक स्त्रीलिंग, अर्ध-बौना पपीते की किस्म पूसा पीट को भी IARIद्वारा जारी किया गया है।
बैंगन (Brinjal): मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के लिए बैंगन की अधिक उपज देने वाली किस्म पूसा कृष्णा IARIद्वारा जारी की गई हैं।
गाजरः राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लिए गाजर की पूसा प्रतीक की जारी की गई है।
टमाटर: 70 टन/हेक्टेयर की उपज क्षमता वाले टमाटर लीफ कर्ल वायरस से प्रतिरोधी टमाटर हाइब्रिड ToLCV-6 IARIद्वारा जारी की गई हैं।
लाल गोभी, फूलगोभी और शिमला मिर्च: लाल गोभी का एक संकर, पूसा लाल गोभी संकर-1 IARIद्वारा विकसित किया गया है। इसी तरह फूलगोभी पूसा स्नोबॉल हाईब्रिड-2 (Pusa Snowball Hybrid-2) और शिमला मिर्च पूसा कैप्सिकम-1 (Pusa Capsicum- 1)की एक-एक किस्म IARIद्वारा जारी की गई है।
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