फसल की खेती (Crop Cultivation)

अलास्का डी एस (Alaska DS)

20 जनवरी 2025, नई दिल्ली: अलास्का डी एस (Alaska DS) – अलास्का डी एस (Alaska DS) एक जैविक उर्वरक (बायो-फर्टिलाइज़र) है, जिसमें फॉस्फेट घुलनशील बैक्टीरिया (PSB) जैसे जीवित सूक्ष्मजीव शामिल हैं, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह पेटेंटेड तकनीक और UPT® प्रक्रिया से निर्मित है, जो इसे एक स्थिर और लंबे समय तक टिकाऊ उत्पाद बनाता है।

मिट्टी में इसके उपयोग से एक अत्यधिक उत्पादक सूक्ष्मजीवी पारिस्थितिकी तंत्र बनता है, जिससे फसलों की वृद्धि और उत्पादकता में सुधार होता है।

अलास्का डी एस में अत्यधिक सक्रिय और जीवंत कोशिकाओं की उच्च मात्रा होती है, जो फील्ड में उपयोग के बाद तुरंत सक्रिय हो जाती हैं। यह पर्यावरण-अनुकूल तरल जैव उर्वरक है, जिसमें जैविक रूप से सक्रिय तत्वों की प्रचुर मात्रा होती है। यह फूलों और फलों को बनाए रखने में मदद करता है और पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है।

अलास्का डी एस में मौजूद घटक मिट्टी में जैविक कचरे को विघटित करने में मदद करते हैं, जिससे जैविक सामग्री कई गुना बढ़ जाती है। यह मिट्टी को स्वस्थ बनाता है और एक स्वस्थ मिट्टी के सभी मानकों को पूरा करता है।

डोज़ (खुराक):500 मि.ली. प्रति एकड़
उपयोग करने का उचित समय:रोपाई वाली फसलें: रोपाई के 5 से 45 दिन बाद (DAT)सीधे बीजाई वाली फसलें: बीजाई के 0-60 दिन बाद (DAS)
उपयोग की विधि:अलास्का DS के 500 मि.ली. को 50 किलो अच्छी तरह से सड़े हुए FYM/कम्पोस्ट/वर्मी कम्पोस्ट/मिट्टी में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र में उपयोग करें।इसे ब्रॉडकास्टिंग, मिट्टी में डालने (सॉइल ड्रेंचिंग), या ड्रिप सिंचाई के माध्यम से लागू करें।
उपलब्ध पैक:100 मि.ली., 250 मि.ली., 500 मि.ली., और 1 लीटर पैक।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements