देश में रबी बुवाई पकड़ने लगी रफ्तार
- (निमिष गंगराड़े)
5 नवम्बर 2022, नई दिल्ली । देश में रबी बुवाई पकड़ने लगी रफ्तार – अक्टूबर तक मानसून की सक्रियता के कारण खरीफ फसलों की कटाई देरी से हुई और खेत खाली न होने के कारण रबी फसलों की बुवाई भी धीमी गति से शुरू हो पाई। परन्तु अब दीपावली त्यौहार और देवउठनी एकादशी के बाद रबी फसलों की बुवाई ने देश-प्रदेश में रफ्तार पा ली है। देश भर में गत अक्टूबर में औसत से लगभग 45 प्रतिशत वर्षा अधिक हुई थी, इसलिए भूमि में अच्छी नमी के कारण बुवाई की आदर्श स्थिति बनी हुई है।
कृषि मंत्रालय के ोतों के मुताबिक अभी तक लगभग 84 लाख हेक्टेयर में रबी बुवाई हो चुकी है। रबी की प्रमुख खाद्यान्न फसल गेहूं की बुवाई तेजी से हो रही है। गेहूं का सामान्य क्षेत्रफल 300 लाख हेक्टेयर से अधिक है, और प्रेक्षकों का अनुमान है कि बुवाई समाप्त होने तक ये आंकड़े पार कर जाएगा। वहीं रबी की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों लगभग 65 लाख हेक्टेयर में लगाई जाती है, जिसकी बुवाई अभी तक 46 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि इसी अवधि में गत वर्ष केवल 38.14 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
इसी प्रकार चने की बुवाई 22 लाख हेक्टेयर से अधिक में हो चुकी है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 19.87 लाख हेक्टेयर थी। चने का सामान्य क्षेत्र लगभग 95 लाख हेक्टेयर है।
इसी प्रकार रबी में 4 नवम्बर तक दलहनी फसलों की कुल बुवाई 29.06 लाख हेक्टेयर (सामान्य क्षेत्रफल : 146 लाख हे.) में हो चुकी है, वहीं मोटे खाद्यान्न में जौ, बाजरा, मक्का आदि 7.63 लाख हेक्टेयर में अभी तक लगाया गया है। मोटे खाद्यान्नों का रबी में सामान्य क्षेत्रफल लगभग 77 लाख हेक्टेयर है।
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