मिट्टी का संरक्षण
जब तेजी से वर्षा होती है तो वर्षा के पानी की सम्पूर्ण मात्रा को भूमि सोख नहीं सकती। थोड़ी ही देर में सतह की मिट्टी के संतृप्त हो जाने पर पानी एकत्र होने लगता है और नीचे सतह की ओर
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंसमस्या – समाधान (Farming Solution) में विभिन्न फसलों के लिए किसानों की समस्याओं के जवाब, कृषि संबंधी समाधान, पौधों की सुरक्षा, बीज का चयन, बुआई और खेती कैसे करें शामिल हैं। समस्या – समाधान (Farming Solution) में बीज उपचार, खरपतवार नियंतरण, रोगोन और संक्रमण से सुरक्षा आदि भी शामिल हैं। इसमें कीट और रोग संलग्न, सिंचाई समस्या, मौसम संबंधी समस्याएं, मिट्टी जनित रोग संबंधी समस्याएं, बीज चयन, उर्वरक खुराक सुधार से संबंधित समस्याएं भी शामिल हैं। इसमें गेहूं, सोयाबीन, चना, धान, बासमती जैसी फसलें और आम, सेब, पपीता, अमरूद, बिंदी, भिंडी, टमाटर, प्याज, फूलगोभी, मटर, ड्रैगन फ्रूट, तोरी आदि फल और सब्जियां (बागवानी फसलें) शामिल हैं। इसमें कीटों और बीमारियों के लिए कृषि रसायनों की सही खुराक और उर्वरक अनुप्रयोग के लिए सही खुराक भी शामिल है।
जब तेजी से वर्षा होती है तो वर्षा के पानी की सम्पूर्ण मात्रा को भूमि सोख नहीं सकती। थोड़ी ही देर में सतह की मिट्टी के संतृप्त हो जाने पर पानी एकत्र होने लगता है और नीचे सतह की ओर
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें– जगदीश पांडे, सुल्तानपुर समाधान- धान उत्पादक कृषकों को धान की नर्सरी से ही चौकन्ना होना जरूरी है। बीमार पौधों की रोप मुख्य खेत में लगाने से उत्पादन प्रभावित होता है। नर्सरी डालने का समय 15 मई से 20 जून
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें– जमुना प्रसाद, खरगौन समाधान- मूंगफली का टिक्का रोग आमतौर पर खरीफ के मौसम में आता है। जायद में उसके लिये आद्र्रता तथा तापमान उपयुक्त नहीं होती है। आप निम्न लक्षणों से उसे पहचानें। द्य बुआई के 30 दिनों के
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें– राम खिलावन, छिंदवाड़ा समाधान- पपीते की पत्तियों पर विषाणु रोग एवं पत्ती मुडऩ रोग आमतौर पर आते हैं और यदि समय से उपाय नहीं हो पाया तो सभी वृक्ष रोगग्रसित हो जाते हैं। यह दोनों बीमारी विषाणु अर्थात् वाईरस
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंसखनलाल मेहरा, गोविन्दगढ़ समाधान- आम का यह सबसे अधिक खतरनाक रोग है इसके द्वारा 20-25 प्रतिशत तक क्षति देखी गई है। इस रोग के लक्षण दो तरह से दिखाई देते हैं पुष्पक्रम विकृति तथा गुच्छा शीर्ष विकृति। फूल आने के
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें– भंवरलाल, शाजापुर समाधान- हाल में हुई वर्षा के कारण रबी फसलों को नुकसान हुआ है। इतने बड़े नुकसान की भरपाई एक बार में असंभव है फिर यदि भूमि में उपलब्ध नमी का लाभ उठाकर यदि अधिक से अधिक क्षेत्र
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें-रामअवतार सिंह, राजनांदगांव समाधान – आप कुंदरू लगाना चाहते हैं आपके क्षेत्र में कुंदरू बहुत लगाया जाता है तथा उत्पाद का निर्यात भी होता है। आप कुंदरू लगायें निम्न तकनीकी अपनायें। 1. कुंदरू लता वाली फसल है इसकी कलम लगाई
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें– मनमोहन मौर्य, बीना समाधान – वर्तमान में गेहूं की फसल पर जहां केवल वर्षा हुई है ओले नहीं गिर हैं। उसमें तुलनात्मक दृष्टि से कम हानि होगी। गेहूं की बुआई अलग-अलग समय की है।विलम्ब से बोये गेहूं पर तो
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