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केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश में हिन्दी में मेडिकल की शिक्षा की शुरुआत की

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मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होना शिक्षा जगत में नया प्रकाश – मुख्यमंत्री श्री चौहान

17 अक्टूबर 2022, भोपालकेन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश में हिन्दी में मेडिकल की शिक्षा की शुरूआत की  – केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि स्वभाषा के विकास एवं उपयोग से भारत अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व में बहुत आगे जायेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक मंचों पर हिन्दी में बोलते हैं। शिक्षा नीति में प्राथमिक, तकनीकी और मेडिकल एजुकेशन में हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ कर प्रधानमंत्री श्री मोदी के इस संकल्प को पूरा किया है। इस कार्य के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग सहित पूरी टीम और प्रदेश की जनता बधाई के पात्र हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज लाल परेड ग्राउंड पर रिमोट का बटन दबा कर हिन्दी भाषा में एबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकों एवं हिंदी की प्रतिस्थापना के नवीन प्रकल्प का शुभारंभ किया। उन्होंने मेडिकल बायोकेमेस्ट्री, मेडिकल फिजियोलॉजी तथा एनाटॉमी की हिन्दी पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर भगवान धनवंतरी और माँ सरस्वती के चित्रों पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंग वस्त्र पहना कर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह का स्वागत किया और उन्हें स्मृति-चिन्ह के रूप में माँ सरस्वती की प्रतिमा भेंट की।

उन्होंने कहा कि आज का दिन शिक्षा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जायेगा। हिंदी भाषा में मेडिकल शिक्षा का शुभारंभ, शिक्षा के क्षेत्र में पुनर्निर्माण का दिन है, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि बच्चे की सोचने की प्रक्रिया उसकी मातृभाषा में होती है। मातृभाषा की बात दिल तक जाती है जबकि अन्य भाषा की बात दिमाग तक। सोचने के साथ ही संशोधन, अनुसंधान, तर्क, विश्लेषण एवं निर्णय पर पहुँचने की प्रक्रिया मातृभाषा में होती है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई एवं अनुसंधान मातृभाषा में होने से भारत के विद्यार्थियों का डंका पूरे विश्व में बजेगा।

आईआईटी और आईआईएम की पढ़ाई भी अब हिंदी में 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब डॉक्टर हिन्दी में पर्चे लिख सकेंगे। वे पर्चे पर आरएक्स के स्थान पर श्रीहरि लिख सकते हैं। यह एक नये युग की शुरूआत है। आज का दिन प्रदेश के इतिहास में ‘स्वर्ण अक्षरों’ में लिखा जायेगा। प्रदेश में आगामी 6 माह में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक की पढ़ाई भी हिंदी में प्रारंभ होगी। आईआईटी और आईआईएम की पढ़ाई भी हिंदी में करवाएँगे।

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