‘शहरी इंडिया’ के लोगों को न खेती की चिंता है, न किसानों की
आप पूछेंगे कि मैं इंडिया और भारत की बात क्यों कर रहा हूँ। आखिरकार हम सभी इंडिया और भारत के बीच की गहरी खाई से भली-भांति परिचित हैं। मैंने ये विषय इसलिए उठाया क्योंकि मुझे लगता है कि शहरी इंडिया
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