Month: April 2018

Editorial (संपादकीय)

अन्नदाता को तमाशा न बनायें

दुनिया में काश्तकार को धरतीपुत्र एवं अन्नदाता का दर्जा सिर्फ इसलिये प्राप्त है क्योंकि वह पूर्ण ईमानदारी एवं स्वाभिमान से धरती के जीवन के लिये पेट भरने की व्यवस्था करता है। लेकिन दुर्भाग्यवश इस देश की नौकरशाही अन्नदाता की अहमियत

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कृषक जगत – जैन इरिगेशन इजराईल यात्रा

6 मई को रवाना होगा कृषकों का दल भोपाल। कृषि पर्यटन यात्रा की श्रृंखला में कृषक जगत द्वारा इस वर्ष आयोजित इजराईल यात्रा के लिए कृषकों का दल 6 मई को मुंबई से अम्मान के लिए रवाना होगा। इस दल

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सामान्य मानसून से रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद

खरीफ में 14 करोड़ टन से अधिक उत्पादन का अनुमान नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने गत दिनों कहा कि 2018 में मानसून सामान्य रहने के अनुमान लगाए जा रहे हैं, जिसे देखते हुए कृषि मंत्रालय ने

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नगरीय क्षेत्रों में 43 नई तहसील स्वीकृत

भोपाल और इंदौर में बनेंगी 5-5 तहसील भोपाल। राज्य सरकार द्वारा नगरीय क्षेत्रों में 43 नई तहसील के गठन की स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही प्रत्येक तहसील के लिये 16 नये पद भी स्वीकृत किये गये हैं। राजस्व

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किसानों को समय पर भुगतान करें : श्री शिवराज सिंह

गेहूं, चना, मसूर और सरसों उपार्जन की समीक्षा (विशेष प्रतिनिधि) भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि सभी जिलों में आवश्यकतानुसार नवीन उपार्जन केन्द्र खोले जायें। किसानों को भुगतान समय से हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान गत

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जैविक कपास पर कार्यशाला 8 मई को

भोपाल। विश्व में प्रमुख जैविक कपास उत्पादक राज्य के रूप में म.प्र. की पहचान है। इस दिशा में और अधिक प्रयास के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग एवं सी एण्ड ए फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यशाला

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चिकित्सा और ई वेस्ट का निपटान : उपेक्षित नजरिया

औद्योगिक संगठन एसोचैम और वेलोसेटी के एक संयुक्त अध्ययन से जानकारी मिली है कि भारत में सन् 2020 तक प्रतिदिन 775.5 टन चिकित्सा अपशिष्ट पैदा होने की सम्भावना है। वर्तमान में प्रतिदिन 550.9 टन अपशिष्ट उत्सर्जित होता है। हर साल

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Editorial (संपादकीय)

गर्मी में मक्का की खेती

विश्व के खाद्यान्न उत्पादन में इसका 25 प्रतिशत योगदान है। धान्य फसलों के क्षेत्रफल एवं उत्पादन की दृष्टि से मक्का का स्थान तीसरा है। भारत में मक्का का रकबा 7.27 मिलियन हेक्टेयर है। मक्का की असिंचित खेती खरीफ के मौसम

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भिण्डी की महत्वपूर्ण बीमारियाँ व नियंत्रण

दैनिक आहार में सब्जियों का विशेष स्थान है। भिण्डी की खेती ग्रीष्म और वर्षा ऋतुओं में की जाती है। गर्मी में लगे जाने वाली फसल का समय फरवरी मार्च होता है और वर्षा में इसकी बिजाई जून-जुलाई के समय में

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सब्जियों की पौध तैयार करने हेतु

प्रो – ट्रे तकनीक सब्जियों के विपुल उत्पादन हेतु पहले उनकी पौध तैयार की जाती है। उत्पादित पौध की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वह रोग रहित और सही समय पर तैयार कर ली गई है। बढिय़ा

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