देश में अब तक 9 करोड़ स्वाईल हेल्थ कार्डों का वितरण
नई दिल्ली/भोपाल। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि कृषि के विकास के बारे में विचार काफी समय से होता आ रहा है परन्तु आजादी के बाद से यह पहली सरकार है जो कृषि के विकास के साथ- साथ कृषकों के आर्थिक उन्नयन के बारे में भी धरातल स्तर पर बहुत तेजी के साथ काम कर रही है। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने यह बात नई दिल्ली में विभिन्न राज्यों के कृषि मंत्रियों की बैठक में कही। इस बैठक में दो प्राथमिक योजनाओं -राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के प्रगति की समीक्षा की गयी।
म.प्र. के किसान-कल्याण मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि प्रदेश में किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिये प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग-उड़द को बोये जाने को प्रोत्साहित किया गया है। प्रदेश में प्राइज सपोर्ट स्कीम में किसानों से मूंग-उड़द की खरीदी की जा रही है। अब तक किसानों से एक लाख 13 हजार मीट्रिक टन मूंग-उड़द की खरीदी की जा चुकी है। उन्होंने किसानों के हित में खरीदी को डेढ़ लाख मीट्रिक टन तक किये जाने का अनुरोध किया।
किसान-कल्याण मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि मध्यप्रदेश में अभी तक 58 कृषि उपज मंडी को ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट योजना से जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि कृषकों के खेतों से ग्रिड आधारित नमूने लेकर किसानों को स्वाइल हेल्थ-कार्ड उपलब्ध करवाये जाने का अभियान चलाया गया है। प्रथम चरण में वर्ष 2015-16 में लक्ष्य से अधिक 104 प्रतिशत मिट्टी नमूना एकत्रीकरण एवं 102.55 प्रतिशत का विश्लेषण कर कृषकों को स्वाइल हेल्थ-कार्ड उपलब्ध करवाये गये हैं।